बाढ़ पीड़ितों का दर्द : जिस आशियाने से उनकी वर्षों की यादें जुड़ी थी, वो जमींदोज हो चुकी है

गोपालगंज : बरौली में बाढ़ का पानी कम होने के बाद घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए बाढ़पीड़ित अब घर लौटने लगे हैं. इनमे कुछ ऐसे भी बाढ़पीड़ित हैं जिनके पानी हटने तथा घर लौटने की खुशी गम में बदल रही है. जहां घर लौटने की खुशी चेहरे पर दिखनी चाहिए उसके बदले उनके चेहरे पर जमाने भर का गम दिख रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2020 9:45 AM

गोपालगंज : बरौली में बाढ़ का पानी कम होने के बाद घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए बाढ़पीड़ित अब घर लौटने लगे हैं. इनमे कुछ ऐसे भी बाढ़पीड़ित हैं जिनके पानी हटने तथा घर लौटने की खुशी गम में बदल रही है. जहां घर लौटने की खुशी चेहरे पर दिखनी चाहिए उसके बदले उनके चेहरे पर जमाने भर का गम दिख रहा है. इन बाढ़पीड़ितों का दर्द बाढ़ के पानी में जमींदोज हुए घर को देखकर और बढ गया है और जैसे उनकी छाती फट रही है.

जिस आशियाने को वे तिनका-तिनका जोड़कर बड़े अरमान से बनाये थे ताकि वे अपने परिवार के साथ दो वक्त की रोटी सुकून के साथ खा सकें लेकिन विधाता को उनकी खुशी नहीं देखी गयी. आज वे पूरी तरह खुली सड़क पर आ गये हैं. बाढ़ के पानी ने उनके खेतों में लगी फसल को पहले ही बर्बाद कर दिया था, जल्दी में घर छोड़ने के कारण सारी जमा-पूंजी घर में ही रह गयी.

पचरूखिया के वीरेन्द्र यादव, जितेन्द्र यादव, शम्भु यादव, उपेन्द्र तिवारी, बलहां के असगर अली, साबिर हुसैन, रामपुर के शिवपूजन साह, मोहनपुर के भरत प्रसाद, पंकज प्रसाद, अम्बिका साह, राजेन्द्र राम, दीपक कुमार मांझी, गुराजी महतो, विश्वनाथ मांझी, सुदामा मांझी, जीतेन्द्र साह, हेमंत साह, सुदामा प्रसाद, योगेन्द्र मुखिया सहित एक दर्जन गांव में कई दर्जन घर जमींदोज हो गये हैं. बाढ़पीड़ितों का कहना है कि सब बर्बाद हो गया, अब कहां जाएं, क्या करें कुछ समझ मे नही आ रहा है.

इधर, मांझा प्रखंड के मांझा पूर्वी पंचायत के वार्ड संख्या 6 एवं 7 के बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ क्षतिपूर्ति अनुदान राशि से वंचित किये जाने पर भड़के बाढ़ पीड़ितों ने सीओ का घेराव करने प्रखंड कार्यालय पर पहुंचे. सीओ के नहीं मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड प्रमुख का घेराव किया. आरोप था कि पंचायत के वार्ड संख्या 6 एवं 7 के दर्जनों बाढ़ पीड़ितों का नाम बाढ़ क्षतिपूर्ति अनुदान राशि से वंचित कर दिया गया है. जबकि वार्ड में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुसा हुआ था.

उसके बाद भी इन बाढ़ पीड़ितों को अनुदान राशि से वंचित किये जाने पर मंगलवार को दर्जनों बाढ़ पीड़ितों ने सीओ का घेराव करने पहुंचे थे. लेकिन सीओ शाहिद अख्तर बैठक में शामिल होने जिला चले गए थे. जिसके बाद बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड प्रमुख देवलाल साह का घेराव कर हंगामा करने लगे. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. प्रमुख ने सभी को क्षतिपूर्ति अनुदान राशि दिलवाने का आश्वासन देकर पीड़ितों को शांत कराया.इस बीच प्रमुख ने सभी से आवेदन लेकर वापस भेजा.

posted by ashish jha

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