गंडक नदी में पांचवें दिन भी लापता किशोरों के शवों का नहीं चल सका पता
स्थानीय थाने के यादवपुर मटियारी के लापता किशोरों के शवों का पता पांचवें दिन तक भी नहीं चल सका है. तलाश में गंडक नदी के लहरों बीच पांचवें दिन भी स्थानीय स्तर से सर्च ऑपरेशन चलता रहा. अपने लालों को एक बार देख लेने की आस अब बिखरते देख दुखी सतन राय, नवलेश कुमार राय, भगवान राय, बासुमती देवी, छठी देवी तथा प्रभावती देवी निराश हो चले हैं.
बैकुंठपुर. स्थानीय थाने के यादवपुर मटियारी के लापता किशोरों के शवों का पता पांचवें दिन तक भी नहीं चल सका है. तलाश में गंडक नदी के लहरों बीच पांचवें दिन भी स्थानीय स्तर से सर्च ऑपरेशन चलता रहा. अपने लालों को एक बार देख लेने की आस अब बिखरते देख दुखी सतन राय, नवलेश कुमार राय, भगवान राय, बासुमती देवी, छठी देवी तथा प्रभावती देवी निराश हो चले हैं. पूरे 108 घंटे हो गये बच्चों के लिए भगवान को गुहार लगाते हुए. इस बीच परिवार के कई सदस्यों की बेहिसाब तबीयत बिगड़ने की बात सामने आयी. यहां परिजनों की हृदय विदारक दशा कलेजे को मोम कर दे रहा है. बता दें कि पांच दिन पूर्व सोमवार की सुबह हीं गंडक नदी में डूबने से एक ही परिवार के चार किशोर लापता हो गये. लापता किशोरों में मटियारी यादवपुर गांव के नवलेश कुमार का 16 वर्षीय पुत्र निखिल कुमार, सतन राय का 16 वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार व 14 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार व भगवान राय का 14 वर्षीय पुत्र संजीव कुमार शामिल हैं. घटना के दिन से ही लगातार पूरे दिन एनडीआरएफ की टीम द्वारा खोज की जाती रही. मगर अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने बताया कि नदी के तेज धार में बहकर चारों शव कहीं दूर निकल गये हैं. या कहीं गहराई में उनकी लाश फंस गयी है. ऐसी स्थिति में परिजनों को अपने बेटों की लाश कैसे मिलेगी यह एक चुनौती बनी हुई है.
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