लोकसभा चुनाव को लेकर सील रहेंगे बॉर्डर, नदी में भी गश्ती
लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कड़े बंदोबस्त किये गये हैं. सड़क से लेकर नदी तक सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया जायेगा. पड़ोसी राज्य यूपी से सटी सीमा पर भी विशेष नजर रखी जा रही है.
गोपालगंज. लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कड़े बंदोबस्त किये गये हैं. सड़क से लेकर नदी तक सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया जायेगा. पड़ोसी राज्य यूपी से सटी सीमा पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही सभी पड़ोसी जिले के डीएम एवं एसपी को भी पत्र लिखकर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने में मदद करने का अनुरोध किया गया है. डीएम मो मकसूद आलम एवं एसपी स्वर्ण प्रभात ने निर्वाचन संचालन के लिए सभी एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ एवं थाना प्रभारियों को पूरी तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया है. डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन निष्पक्ष, भयमुक्त एवं पारदर्शितापूर्ण तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया संपादित करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में सभी कदम उठाये जा रहे हैं. विधि-व्यवस्था का गंभीरता से पालन कराने, आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिया. जिलाधिकारी मो मकसूद आलम ने अफसरों से कहा है कि मतदाताओं को प्रभावित करने संबंधी किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई की जाये. मतदान के दिन थाना प्रभारी को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत मोबाइल रहने, सभी एसडीओ एवं डीएसपी को मतदान केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने तथा विधि-व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. डीएम ने बताया कि पड़ोसी जिला सारण, सीवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर चुनाव में बाधा पहुंचाने, शांति भंग करने वालों पर अंकुश लगाने का अनुरोध किया गया है. लंबित गिरफ्तारी, वारंट का तामिला कराने एवं सक्रिय अपराधी की सूची का आदान-प्रदान कर उसके विरुद्ध समकालीन छापेमारी तथा तलाशी करने अनुरोध किया गया है. चुनाव के एक दिन पूर्व से संवेदनशील स्थानों पर पुलिस प्रतिनियुक्ति, गश्ती तथा छापेमारी एवं संवेदनशील मतदान केंद्र और क्षेत्रों की पहचान कर सूचना आदान-प्रदान करने का अनुरोध किया गया है.