केंद्र ने 15 जुलाई तक मांगी 86 लाख प्रवासी मजदूरों की सूची
केंद्रीय खाद्य विभाग ने 15 जुलाई तक 86 लाख प्रवासी (पारवारिक सदस्य)मजदूरों की सूची मांगी है़ इस सूची में प्रवासी मजदूरों के पते आदि भी मांगे गये हैं
पटना : केंद्रीय खाद्य विभाग ने 15 जुलाई तक 86 लाख प्रवासी (पारवारिक सदस्य)मजदूरों की सूची मांगी है़ इस सूची में प्रवासी मजदूरों के पते आदि भी मांगे गये हैं. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने हाल ही में बिहार के प्रवासी मजदूरों को मई और जून माह में मुफ्त में राशन बांटने के लिए बिहार को खाद्यान्न मुहैया कराया है़ आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्य खाद्य विभाग ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से भेजे गये मई माह के लिए 43 हजार टन चावल का न केवल उठाव कर लिया है, बल्कि उसका वितरण भी हाल ही में शुरू कर दिया है़
जून माह के लिए भी 43 हजार टन अतिरिक्त खाद्यान्न का उठाव जून माह में कभी भी किया जा सकता है़ उल्लेखनीय है कि राज्य में प्रवासी मजदूरों को खाद्यान्न की जरूरत को देखते हुए एफसीआइ की तरफ से यह आवंटन किया गया है़ इन मजदूरों को बांटने के लिए एक-एक किलोग्राम चना भी मुफ्त में मुहैया कराया गया है़ मई और जून के लिए करीब 17 हजार टन चना दिया गया है़
प्रदेश खाद्य मंत्री मदन सहनी ने बताया कि सूची के मामले में अभी मुझे कोई जानकारी नहीं है़ फिर अभी सूची कैसे दी जा सकती है? फिलहाल हम प्रवासी मजदूरों को खाद्यान्न बंटवाने की मुहिम में लगे हुए हैं. यह कार्य हमारी प्राथमिकता में है़ राशन कार्ड छपने के मामले में हो हरे विलंब पर खाद्य मंत्री सहनी ने कहा कि आधे से अधिक राशन कार्ड प्रिंट हो चुके हैं. जानकारी के मुताबिक करीब 17 लाख से अधिक राशन कार्ड छपाई की जानी है ताकि लोग उनका राशन उठाव में इस्तेमाल कर सकें.