पांच से सात दिनों में ठीक हो जा रहे कोरोना मरीज

मेडिकल टीम के अनुसार अब पांच से सात दिनों में ही संक्रमित मरीज ठीक हो जा रहे हैं. अधिकतम 10 दिनों के अंदर निगेटिव रिपोर्ट आने वाले मरीजों को आइसोलेशन सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया जा रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2020 8:45 AM

गोपालगंज : कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से राहत भरी खबर आयी है. गुरुवार को कोरोना के छह और मरीज ठीक हो गये हैं. इन मरीजों को गाइडलाइन के अनुसार शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया जायेगा. मेडिकल टीम के अनुसार अब पांच से सात दिनों में ही संक्रमित मरीज ठीक हो जा रहे हैं. अधिकतम 10 दिनों के अंदर निगेटिव रिपोर्ट आने वाले मरीजों को आइसोलेशन सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया जा रहा. शहर के आइसोलेशन सेंटरों से अब तक 106 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं. गुरुवार की शाम तक 44 एक्टिव मरीज आइसोलेशन सेंटर में इलाजरत थे. जिला प्रशासन के अनुसार अबतक 150 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं.

ट्रूनेट से होगी मरीजों की फॉलोअप जांच

कोरोना से संक्रमित मरीजों की जांच ट्रूनेट मशीन से सदर अस्पताल में की जायेगी. पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर गाइडलाइन के अनुसार सभी को आइसोलेशन सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना मरीजों की फॉलोअप जांच ट्रूनेट मशीन से ही की जायेगी. इसके पहले फॉलोअप जांच के लिए सैंपल लेकर पटना भेजा जा रहा था.

गोपालगंज कोरोना अपडेट

150 पॉजिटिव मरीज

106 मरीज हुए ठीक

044 एक्टिव मरीज हैं

सोमवार से खाली हो जायेगा कोरेंटिन सेंटर

जिला मुख्यालय और प्रखंडों में संचालित कोरेंटिन सेंटर सोमवार से खाली हो जायेगा. 197 कोरेंटिन सेंटरों में 90 फीसदी खाली हो चुका है. जिला प्रशासन के अनुसार दूसरे प्रदेशों से आनेवाले प्रवासियों को कोरेंटिन सेंटर में भर्ती नहीं किया जा रहा है, सभी लोगों को होम कोरेंटिन किया जा रहा है.

हथुआ के कामगार की दुबई में कोरोना से मौत

प्रखंड के अटवां दुर्ग गांव के एक कामगार की कोरोना संक्रमण से दुबई में मौत हो गयी. मृतक राम विश्वास यादव उर्फ लालू बताये गये. राम विश्वास गत 20 वर्षों से दुबई में रहकर क्रेन ऑपरेटर का कार्य करते थे. बीच-बीच में उनका घर आना होता था. इसी क्रम में इस वर्ष फरवरी में वे छुट्टी के बाद वापस दुबई गये थे. परिजनों के मुताबिक वे शूगर की बीमारी से ग्रसित थे. वहीं, गत दिनों वे कोरोना संक्रमण की चपेट में भी आ गये. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. उनका अंतिम संस्कार दुबई में ही किया गया. राम विश्वास अपने पीछे चार बेटियों व एक बेटे को छोड़ गये हैं. इधर, उनकी मौत की सूचना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. वहीं, गांव में भी मातम पसरा था

Posted By : Rajat Kumar

Next Article

Exit mobile version