सक्षमता पास शिक्षकों का काउंसेलिंग शुरू, पहले दिन 120 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच
गुरुवार से बसडीला स्थित डीआरसीसी में सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन का काम शुरू हो गया. सुबह 9:00 बजे तय समय पर पहले स्लॉट में शामिल शिक्षकों का वेरिफिकेशन शुरू किया गया. जिला पदाधिकारी मो. मकसूद आलम पहले स्लॉट में ही वेरिफिकशन कार्य का औचक निरीक्षण करने पहुंचे.
गोपालगंज. गुरुवार से बसडीला स्थित डीआरसीसी में सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन का काम शुरू हो गया. सुबह 9:00 बजे तय समय पर पहले स्लॉट में शामिल शिक्षकों का वेरिफिकेशन शुरू किया गया. जिला पदाधिकारी मो. मकसूद आलम पहले स्लॉट में ही वेरिफिकशन कार्य का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. डीएम ने प्रत्येक काउंटर पर चल रहे सत्यापन का अवलोकन किया गया एवं संधारित पंजियों की जांच भी की. शिक्षक अभ्यार्थियों से बातचीत कर उनकी असुविधा के बारे में जानकारी भी ली. इसके बाद सत्यापन कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे शिक्षा विभाग के सभी डीपीओ को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया. विभाग से जारी शेड्यूल के अनुसार पहले दिन प्लस टू स्कूल तथा पुस्तकालयाध्यक्ष के 144 शिक्षक अभ्यर्थी काउंसेलिंग के लिए पहुंचे. शाम 6:00 बजे तक 120 अभ्यर्थियों के सत्यापन का काम पूरा कर लिया गया था. काउंसेलिंग के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों ने पहले काउंटर पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करायी. इसके बाद दूसरे काउंटर पर बायोमीट्रिक सत्यापन कराया तथा तीसरे काउंटर पर आधार का सत्यापन हुआ. बायोमेट्रिक तथा आधार सत्यापन के बाद प्रमाणपत्रों की जांंच की गयी. प्रमाणपत्रों की जांच के लिए सात काउंटर बनाये गये थे. डीएम के निरीक्षण के मौके पर डीपीओ, स्थापना मो. जमालुद्दीन, डीपीओ, माध्यमिक शिक्षा राजन कुमार, डीपीओ एमडीएम बृजेश कुमार, डीआरसीसी के प्रभारी प्रबंधक मणिकांत, सहायक प्रबंधक जिया खातून, सुनील कुमार, सभी बीइओ तथा सत्यापन के लिए प्रतिनियुक्ति सभी कर्मी मौजूद रहे. वहीं दूसरी ओर काउंसेलिंग के लिए पहुंचे कई शिक्षकों के आधार कार्ड का सत्यापन नहीं हो सका, जिसके कारण ऑनलाइन उपस्थिति के बावजूद शाम तक प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं किया जा सका. ऑनलाइन उपस्थिति तथा बायोमीट्रिक के बाद शिक्षकों को आधार वेरिफिकेशन कराना था. आधार से लिंक्ड मोबाइल पास नहीं रहने या किसी अन्य कारणों से आधार का सत्यापन नहीं हो पा रहा था, जिससे आगे प्रक्रिया नहीं बढ़ पा रही थी. इससे शिक्षक काफी परेशान थे. शाम तक 25 ऐसे शिक्षक थे, जिनका आधार सत्यापन नहीं हो सका था. हालांकि खबर लिखे जाने तक सत्यापन का कार्य जारी था. डीपीओ स्थापना ने बताया कि उपस्थिति दर्ज कराने वाले सभी शिक्षकों को सत्यापन आज ही पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है