बच्चे को लेकर मुंबई जाने की फिराक में थे दंपती, लखनऊ के चारबाग स्टेशन से धराये
विशंभरपुर थाना क्षेत्र के सलेहपुर से दरवाजे पर खेल रहे बच्चे के चोरी कांड का खुलासा पुलिस ने करते हुए लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से बच्चे को बरामद कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने चोरी करने वाले दंपती को गिरफ्तार कर लिया है.
सासामुसा. विशंभरपुर थाना क्षेत्र के सलेहपुर से दरवाजे पर खेल रहे बच्चे के चोरी कांड का खुलासा पुलिस ने करते हुए लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से बच्चे को बरामद कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने चोरी करने वाले दंपती को गिरफ्तार कर लिया है. दंपती बच्चे को लेकर मुंबई भागने की फिराक में थे. ट्रेन स्टेशन पर आकर खड़ी हो गयी थी. उसी दौरान पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. मौके से गिरफ्तार दंपती यूपी के कुशीनगर जिले के कसेया थाना क्षेत्र के विशंभरपुर गांव के छेमा देवी उर्फ मनोरमा देवी व उसका पति अमित सिंह उर्फ मोनू सिंह है. उनके द्वारा बच्चे को तीन लाख रुपये में खरीदा गया था. 1.5 लाख रुपये बैंक के खाते में ट्रांसफर किया जा चुका था. पुलिस के हाथ बैंक खाते का स्लिप व मुंबई जाने वाली टिकट भी मिले हैं. छह माह के बच्चे की सकुशल बरामदगी के बाद गोपालगंज पुलिस को बड़ी राहत मिली है, जबकि इलाके के लोगों का भी पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ा है. इलाके के लोग पिछले चार दिनों से खौफ के माहौल में जी रहे थे. अपने बच्चे को अकेले निकलने नहीं दे रहे थे. बच्चे की बरामदगी के बाद लोगों को भी काफी राहत मिली है.चीनी मिल रोड में डॉक्टर दंपती चला रहे थे रैकेट सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि बबलू कुमार मांझी के पांच माह के बच्चा अंश की चोरी करने की घटना सामने आने के बाद पुलिस ने शक के आधार पर जमुनियां से अशोक सिंह के पत्नी रूना देवी को उठाया. उससे पूछताछ के बाद स्वीकार किया गया कि उसके मुखबीरी पर अपनी बहन एवं बहनोई कुशीनगर के कसेया थाना के विशंभरपुर गांव के छेमा देवी उर्फ मनोरमा देवी व पति अमित सिंह उर्फ मोनू सिंह बच्चे को लेकर जाने की बात कही. उसके बताने के बाद पुलिस ने चीनी मिल रोड में क्लीनिक से हजियापुर के रहने वाले डॉ सुधीर सिंह व उसके पत्नी डॉ चंदा सिंह को गिरफ्तार कर लिया. ये दाेनों सोशल मीडिया पर नि:संतान को बच्चा दिलाने का प्रचार भी कर रहे थे. पुलिस ने डॉक्टर दंपती को दबोचा तो कांड खुलासा होने लगा. पूछताछ में जब साक्ष्य मिला ताे पुलिस उनको जेल भेज दिया, जबकि पुलिस की एक टीम यूपी व दूसरा टीम मुंबई में जाल बिछा रखी थी. सीवान से ट्रेन से बच्चे को ले भागे थे दंपती पुलिस सूत्रों ने बताया कि दंपती को सीवान से ट्रेन से लेकर लखनऊ गये थे. प़ुलिस के टेक्निकल सेल ने पूरे मामले का खुलासा कर लिया. बच्चा के चोरी होने की घटना के काफी देर बाद पुलिस को बबलू कुमार मांझी के परिजनों के द्वारा सूचना दिया गया. बबलू कुमार मांझी दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था. उसकी पत्नी प्रियंका देवी के द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद एक्टिव होकर कार्रवाई में जुट गयी. खेलने के दौरान बच्चा हुआ चोरी
विशंभरपुर थाना क्षेत्र के सलेहपुर में घर बनाकर रहने वाले काला मटिहनियां से विस्थापित बबलू कुमार मांझी परिवार के साथ सलेहपुर में रहते हैं. मंगलवार की देर शाम दरवाजे पर खेल रहे उनका पांच माह का पुत्र अंश कुमार बच्चा चोरी हो गया था.बच्चा की चोरी की घटना के बाद मां प्रियंका देवी,पिता बब्लू मांझी, दादा बलिस्टर मांझी व दादी मीना देवी का रो-रो कर बूरा हाल था. पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के द्वारा कांड के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ प्रांजल, इंस्पेक्टर सदर हरेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, विशंभरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार, दारोगा रामबाबू यादव, संदीप कुमार, प्रीती कुमारी सिन्हा, जादोपुर थानाध्यक्ष पिंटू कुमार, डीआइओ रवि कुमार सिंह, साकेत कुमार, शशिकांत कुमार सिंह, चालक महात्मा कुमार यादव व हरेश कुमार यादव को शामिल किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है