गोपालगंज से गिरफ्तार हुआ कुख्यात अक्षय यादव, 50 हजार के ईनामी अपराधी पर दर्ज है 8 केस
Criminal Akshay Arrested : बिहार के गोपालगंज में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने कई घटना में संलिप्त कुख्यता अपराधी अक्षय यादव को उसके घर से गिरफ्तार किया है.
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Criminal Akshay Arrested : गोपालगंज पुलिस ने पूर्व मुखिया अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी अपराधी कुख्यात अक्षय यादव को गिरफ्तार किया है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अक्षय यादव को उचकागांव थाना क्षेत्र के उजरानारायणपुर गांव से गिरफ्तारी किया. पुलिस के रिकॉर्ड में इस पर हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट समेत कई अपराधिक मामले दर्ज है. पुलिस ने इसके आपराधिक कृत्यों को देखते हुए 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस अधीक्षक (SP) अवधेश दीक्षित ने कुख्यात की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया था, जिसे आज उसके घर से चारों तरफ से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया.
एसडीपीओ ने प्रेस कांफ्रेंस में दी अहम जानकारी
अक्षय यादव की गिरफ्तारी के बाद एसडीपीओ हथुआ आनंद मोहन गुप्ता ने मीडिया को संबोधित किया. एसडीपीओ ने बताया कि कुख्यात अक्षय यादव पर हाल ही में 10 जनवरी को उचकागांव थाना क्षेत्र के झीरवा गांव में हुए पूर्व मुखिया और मिडिल स्कूल के शिक्षक अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में संलिप्त पाया गया. इसके पूर्व उचकागांव और कुचायकोट थाना क्षेत्र में दो हत्या समेम आर्म्स एक्ट के आठ मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है. कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. इसके गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों और कुख्यात को पनाह देने वाले को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है.
छह साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय
एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि कुख्यात अक्षय यादव छह साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. पहली बार इसके खिलाफ 26 मई 2019 को उचकागांव थाने में मारपीट करने का केस दर्ज हुआ था. इस मामले में वो जेल गया और फिर जमानत पर बाहर निकलने के बाद मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात मनीष यादव के गैंग में शामिल हो गया और लगातार अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा. एसआइटी को कई बार चकमा देकर फरार हो चुका है. इस बार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अक्षय यादव अपने घर में पहुंचा है और फिर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए प्लानिंग बना रहा है.
पुलिस को सूचना मिलते ही एसआइटी अलर्ट हो गयी और उसके घर को चारों तरफ से घेर लिया. कुख्यात अक्षय यादव भागने के लिए बाहर निकलता, इससे पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया. हालांकि हथियार नहीं मिल सका है. एसडीपीओ का कहना है कि हथियार की बरामदगी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं, गिरफ्तार अपराधी की दूसरे जिलों में भी अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है.
पूर्व मुखिया की हत्या में सूर्खियों में आया
उजरानायणपुर गांव के रहने वाले विनोद यादव के पुत्र अक्षय यादव बीते 10 जनवरी को झीरवा में हुए पूर्व मुखिया अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या के मामले में सूर्खियो में आया. अक्षय यादव का नाम केस में सामने आया, उसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक्टिव हो गयी. पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित की ओर से हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार मॉनीटरिंग की जाने लगी. पुलिस को जैसे ही पता चला कि अक्षय यादव घर पर आने-जाने लगा है, एसआइटी ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया.
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कार्रवाई में शामिल टीम होगी पुरस्कृत
एसडीपीओ आंनद मोहन गुप्ता ने कहा कि कुख्यात इनामी अपराधी अक्षय यादव की गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा. छापेमारी टीम में उचकागांव के थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर, टेक्निकल सेल के प्रभारी दिनेश कुमार यादव, विकास कुमार, आशीष कुमार, आनंद कुमार, राम मुन्ना, संजीव कुमार व रविकांत चौधरी शामिल हैं. पुलिस टीम इनाम की राशि देने के साथ ही प्रशस्ति-पत्र देकर पुरस्कृत करेगी.
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