गोपालगंज. नगर परिषद के सभापति हरेंद्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में गुरुवार को नगर परिषद के सभागार में बोर्ड की बैठक संपन्न हुई. बैठक में पार्षदों ने शहर में माॅनसून के पहले बारिश में प्रमुख सड़कों के डूबने का मुद्दा को उठाया. पार्षदों ने कहा कि माॅनसून के दो घंटे की बारिश में शहर की गली-मुहल्ला की बात कौन करे, प्रमुख सड़कें डूब गयीं. शहर की छोटी-बड़ी नालियों की सफाई नहीं हुई. नाले की सफाई पर जोर देते हुए नाराजगी जतायी गयी. उसके बाद सर्वसम्मति से समय रहते सभी छोटे एवं बड़े नालों की सफाई में और तेजी लाने का प्रस्ताव दिया गया. शहर में जलजमाव से निबटने के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित करने तथा उसमें 15 मजदूरों को सभी संसाधनों से लैस रखने व सभी सफाई उपकरणों को हमेशा तैयार हालत में रखने का प्रस्ताव दिया गया. माॅनसून में शहर में जलजमाव पर प्रभावी नियंत्रण सर्व नागरिक सुविधा बहाल रखने के लिए विचार किया गया. शहर को साफ रखने के लिए एक जुलाई से अभियान चलाकर शहर की सफाई का निर्णय लिया गया. साथ ही साफ- सफाई के लिए शहर के लोगों को भी जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. बैठक उपस्थित सभापति हरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया सभी वार्डों में 10-10 लाख की लागत से नाली-गली का चयन किया गया. सभी पार्षद बनने वाली नाला की योजना देने का निर्देश दिया. सभापति ने कहा कि दलित तथा पिछड़े क्षेत्रों के विकास में प्राथमिकता दी जायेगी. वहीं माॅनसून के साथ ही मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर परिषद मच्छरों को मारने के लिए एंटी लार्वा व फॉगिंग कराने के लिए अभियान चलायेगा. लोगों को मच्छरों से बचाने के लिए नगर परिषद की बैठक में गंभीरता से पार्षदों ने उठाया.
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