राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर डीएम ने छात्राओं को खिलायी कृमिनाशक अल्बेंडाजोल

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बुधवार को कृमि निवारण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. एसएस बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में डीएम सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष मोहम्मद मकसूद आलम ने फीता काटकर और बच्चों को गोली खिलाकर शुभारंभ किया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 9:45 PM

गोपालगंज. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बुधवार को कृमि निवारण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. एसएस बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में डीएम सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष मोहम्मद मकसूद आलम ने फीता काटकर और बच्चों को गोली खिलाकर शुभारंभ किया. इस अवसर पर डीएम और अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राधाकांत को सिविल सर्जन वीरेंद्र प्रसाद द्वारा पुष्प पौधा देकर अभिवादन किया गया. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ एसके चौधरी और जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को एसएस बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य द्वारा पौधा देकर सम्मानित किया गया. वहीं छात्राओं द्वारा जिला पदाधिकारी के सम्मान में स्वागत गीत भी गया गया. जिला पदाधिकारी द्वारा उपस्थित सैकड़ों छात्राओं को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य की महत्ता को बताया गया. उन्होंने कहा कि ईश्वर से कोई अगर एक वरदान मांगने को मिले, तो उत्तम स्वास्थ्य मांगना चाहिए. क्योंकि हमारे जीवन की प्रत्येक गतिविधि हमारे स्वास्थ्य पर निर्भर है. इसी क्रम में आपके उत्तम स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए कार्यक्रम चलाये जाते हैं, जिसमें चार सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि मुक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है. इसमें इस आयु वर्ग के सभी को अल्बेंडाजोल की दवा खिलायी जायेगी एवं शेष छूट जाने वालों के लिए 11 सितंबर 2024 को माप-अप दिवस आयोजित किया जायेगा और उन्हें कृमिनाशक अल्बेंडाजोल उम्र के अनुसार निर्धारित खुराक में खिलायी जायेगी. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि बच्चों में कृमि संक्रमण व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के संपर्क से होता है. कृमि संक्रमण से बच्चों के पोषण स्तर पर हीमोग्लोबिन स्तर पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है. इससे बच्चों का शारीरिक एवं भौतिक विकास बाधित होता है. बच्चों के पोषण स्तर पर एवं हीमोग्लोबिन स्तर पर गहरा दुष्प्रभाव नहीं पड़े और उनका शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित न हो. कार्यक्रम के तहत सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालयों सहित सभी तकनीकी पॉलिटेक्निक, आइटीआइ संस्थानों आदि गैर तकनीकी संस्थानों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अल्बेंडाजोल खिलायी जा रही है. जिला स्वास्थ्य प्रबंधक धीरज कुमार द्वारा बताया गया कि गोपालगंज के सभी 14 प्रखंडों के कुल 2824 आंगनबाड़ी केंद्रों के 182838 बच्चे और और कुल अनरजिस्टर्ड बच्चे 188398 एक से 19 वर्ष आयु वर्ग के कुल 643727 बच्चे हैं. इस प्रकार कुल 1014963 बच्चों के साथ विभिन्न सरकारी कुल 1927 विद्यालयों के 468760 बच्चे और कुल 378 गैर सरकारी विद्यालय के कुल 111405 बच्चों के साथ जिले के कुल 2305 विद्यालयों के कुल 580165 छात्र-छात्राओं को अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जानी है. इस प्रकार जिले में कुल एक से 19 वर्ष आयु वर्ग के कुल 1595128 को अल्बेंडाजोल खिलाये जाने का लक्ष्य है.

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