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भोरे रेफरल अस्पताल के प्रभारी बने डॉ रिशु कुमार, दो कर्मियों का हुआ तबादला

भोरे रेफरल अस्पताल में पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद को स्वास्थ्य विभाग ने खत्म करने की कोशिश की है. अब अस्पताल के नये प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में डॉ रिशु कुमार की तैनाती कर दी गयी है. पिछले कुछ दिनों से बिना प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के चल रहे इस अस्पताल में जो विवाद छिड़ा था, उसे कम करने के लिए उन दो कर्मियों का तबादला भी कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2024 8:55 PM

भोरे. भोरे रेफरल अस्पताल में पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद को स्वास्थ्य विभाग ने खत्म करने की कोशिश की है. अब अस्पताल के नये प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में डॉ रिशु कुमार की तैनाती कर दी गयी है. पिछले कुछ दिनों से बिना प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के चल रहे इस अस्पताल में जो विवाद छिड़ा था, उसे कम करने के लिए उन दो कर्मियों का तबादला भी कर दिया गया है. यहां से हटाते हुए उनकी तैनाती फुलवरिया रेफरल अस्पताल में की गयी है. सिविल सर्जन ने इसका आदेश जारी कर दिया है. इनसे पूर्व के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का विवाद हुआ था. वहीं पहले के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. खाबर इमाम को उनके मूल पदस्थापन उचकागांव में ही वापस कर दिया गया है. नये प्रभारी डॉ रिशु भोरे में ही पदस्थापित थे. वे सप्ताह में महज दो ही दिन सेवा दे रहे थे. अब प्रभार लेने के बाद उनको अस्पताल को बेहतर करने की बड़ी चुनौती भी होगी. 21 जून को रेफरल अस्पताल में स्थानांतरित होकर आये दुर्गेश कुमार शुक्ला व विनय कुमार शुक्ला अपना योगदान करने पहुंचे थे. वहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. खाबर इमाम द्वारा योगदान करने से रोकते हुए उन्हें वापस गोपालगंज जाने की बात कही. इसके बाद बात बढ़ गयी. स्थिति यह हुई कि मौके पर बीडीओ और भोरे थाने को पहुंचना पड़ा. इसकी जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन ने तत्काल प्रभाव से डॉ. खाबर इमाम से वित्तीय प्रभार वापस ले लिया और दोनों कर्मियों का योगदान करा दिया. इसके बाद एक टीम गठित की गयी, जिसने इस पूरे प्रकरण की जांच की. फिर डॉ खाबर इमाम को उनके मूल पदस्थापना स्थल उचकागांव भेज दिया गया. भोरे रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ खाबर इमाम के द्वारा अस्पताल के मरीजों के लिए नाश्ता, खाना, फल, दूध, मीट का इंतजाम कराया गया था. 30 जून को उनके हटने के साथ ही मरीजों को मिलने वाला नि:शुल्क भोजन भी बंद हो गया. इससे मरीजों को परेशानी हो रही है.

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