कोरोना काल से 14 दिनों का बनवास देगा जीवन दान
गोपालगंज : कोरोना वायरस काल में क्वारेंटिन का बनवास ही जीवन दान दे सकता है. वायरस के संक्रमण में आने से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय क्वारेंटिन है. अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं और चाहते हैं कि दूसरे लोग संक्रमण से बचें तो इसके […]
गोपालगंज : कोरोना वायरस काल में क्वारेंटिन का बनवास ही जीवन दान दे सकता है. वायरस के संक्रमण में आने से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय क्वारेंटिन है. अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं और चाहते हैं कि दूसरे लोग संक्रमण से बचें तो इसके लिए क्वारेंटिन है. हां 14 दिनों के इस वनवास को यदि उत्साहित होकर बिताया जायेगा. मन में खुशी के हार्मोंस सीक्रेट होंगे और इम्युनिटी भी बेहतर हो सकती है. वाराणसी सुपर स्पेस्लिटी अस्पताल के डॉ प्रवीण कुमार त्रिपाठी के अनुसार शरीर के स्वास्थ के लिए जरूरी क्वारेंटाइन को मानसिक सेहत के साथ भी सुधारने की जरूरत रहती है. यदि क्वारेंटाइन की अवधि के हर दिन उत्साह के साथ जीया जाये तो सेहत में बहुत जल्द सुधार होता दिखता है. क्वारेंटाइन के प्रति लोगों में खौफ हो रहा. उससे बाहर निकल कर अपने व अपने परिवार तथा समाज के लिए जरूरी है.
जानें क्या है क्वारंटाइनडॉ प्रवीण कुमार त्रिपाठी के अनुसार सबसे पहले तो ये जान लें कि क्वारेंटिन का मतलब खुद को अपने घर के एक कमरे में अलग थलग कर लेना होता है. इससे आपके परिवार के किसी अन्य सदस्य या किसी दूसरे शख्स को वायरस का संक्रमण नहीं फैलेगा. कोरोना या सर्दी जुकाम के लक्षण दिखने पर 14 दिन का होम क्वारेंटिन कारगर उपाय है. कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने में 14 दिन लग जाते हैं.अकेलेपन को बनाएं ऐसे सकारात्मक – सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाए, किसी भी स्थिति में नकारात्मक न सोचें.- घर वालों के साथ वक्त गुजारें, ये अच्छा मौका है कि इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में घर वालों के साथ रहने का मौका मिल रहा है.- अल्मारी दुरुस्त करें, ऐसा अक्सर होता है कि वक्त नहीं मिलती है और हम अपने बिखरे काम को सही नहीं कर पाते, अब अच्छा मौका है.- खाना बनाएं- जी हां, खाना सीखने और बच्चों और परिवार वालों के साथ खाना बनाना का अच्छा मौका है.- कुछ नयी सीखे- हर क्षेत्र में कुछ नया सीखें- इस वक्त ऑनलाइन तरीके से आप कुछ भी सीख सकते हैं.- बच्चों को नई नई चीज़ें बताएं, सिखाएं, खुद भी मजे के साथ बच्चों के साथ रहें.- व्यायाम करें- वक्त मिला है तो घर पर ही व्यायाम कर सकते हैं.- बच्चों के साथ इंडोर गेम्स खेल सकते हैं.- सही खबर फैलायें इस मौके का इस्तेमाल सही खबर फैलाने में इस्तेमाल कर सकते हैं.