तटबंध पर बने रेनकट को 24 घंटे में भरें, बचाव सामग्रियों को करें स्टाॅक

नेपाल में हो रही बारिश से गंडक नदी में बढ़ते जल स्तर को लेकर जल संसाधन विभाग हाइअलर्ट मोड में है. शुक्रवार को बांध पर मुख्य अभियंता संजय कुमार, बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार के द्वारा अहिरौली दान से बिशनपुर तक तटबंधों का निरीक्षण किया गया.

By Prabhat Khabar Print | June 28, 2024 10:22 PM

गोपालगंज. नेपाल में हो रही बारिश से गंडक नदी में बढ़ते जल स्तर को लेकर जल संसाधन विभाग हाइअलर्ट मोड में है. शुक्रवार को बांध पर मुख्य अभियंता संजय कुमार, बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार के द्वारा अहिरौली दान से बिशनपुर तक तटबंधों का निरीक्षण किया गया. नेपाल में हो रही बारिश को लेकर इंजीनियरों की टीम को हाइअलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया. तटबंध पर नदी का सीधा अटैक होने के कारण यहां विशेष सतर्कता बरतने का आदेश दिया. साथ ही भसही, विशंभरपुर, भगवानपुर सहित कई डेंजर प्वाइंटों की जानकारी ली. बाढ़ बचाव सामग्री के बैग पर्याप्त मात्रा में स्टाॅक कर रखने का निर्देश दिया. सितंबर तक नदी के पल-पल के रुख का ध्यान रखने के लिए कहा गया. 24 घंटे निगरानी को तेज कर देने को कहा गया. इसके अलावा अभियंताओं की टीम ने सदर प्रखंड से लेकर बैकुंठपुर के बंगरा घाट तक जाकर तटबंधों की स्थिति को देखा. जहां भी रेनकट मिले, उन्हें तत्काल मरम्मत करने का आदेश दिया. अभियंताओं ने बांध को अलर्ट किया. तटबंधों को मजबूत करने के लिए 38 करोड़ की लागत से बचाव कार्य कराया गया है. विभाग का दावा है कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. बचाव कार्य को पूरा करा लिया गया है. बांध की सुरक्षा के लिए 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है. कुचायकोट प्रखंड के अहिरौलीदान- विशुनपुर तटबंध पर सात करोड़ की लागत से बचाव कार्यों को पूरा करा लिया गया है. सलेहपुर जीरो प्वाइंट से लेकर 1.50 भसही व 5 से 6 किमी व 6 से 7 किमी के बीच गंडक नदी से बचाव के लिए कार्य कराये गये हैं. नदी की धारा को कम करने के लिए विभाग के द्वारा 39 बेडबार बनाये गये हैं. तटबंधों पर 24 घंटा मुस्तैदी से रहने का निर्देश दिया गया. मौके पर कार्यपालक अभियंता कुमार बृजेश, सहायक अभियंता एकता कुमारी, कनीय अभियंता मो माजिद, दिनेश कुमार, संजय कुमार मौजूद थे.

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