बिहार के गोपालगंज जिले के मांझा थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास ऑर्केस्ट्रा डांसर की हत्या का राज दूसरे दिन भी नहीं खुल सका. पुलिस मृतका की पहचान नहीं करा सकी है और न ही डांसर की हत्या के गुनाहगारों को पकड़ सकी है. हत्या की जांच में उलझी पुलिस ने अब फोरेंसिक जांच शुरू की है. मुख्यालय डीएसपी ज्योति कुमारी जांच कर रही हैं. बुधवार को फोरेंसिक जांच के लिए समेन्य बिंदु पर जानकारी लेने के बाद डीएसपी सदर अस्पताल पहुंचीं और पोस्टमार्टम करनेवाली मेडिकल टीम से पूरी जानकारी ली.
पुलिस को उम्मीद है कि फोरेंसिक जांच में हत्या का खुलासा हो सकता है. उधर, शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस 72 घंटे तक पहचान के लिए रखने की प्रक्रिया को पूरी करा रही है. मांझा के थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने मामले में मृतका की पहचान के लिए आसपास के थानों के अलावा सीमावर्ती जिला सीवान और छपरा की पुलिस से भी संपर्क कर छानबीन किये जाने की बात कही है. हालांकि पुलिस की जांच में अब तक हत्या करने वाले अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है.
घटनास्थल पर मिली शराब की खाली बोतल ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं. जिस जगह पर पेड़ के नीचे डांसर की लाश मिली वहां शराब की खाली बोतलें मिलीं. इसके बाद ग्रामीणों ने शराब पार्टी करने के बाद डांसर की हत्या किये जाने की आशंका जतायी, लेकिन पुलिस ने इसे खारिज करते हुए कहा कि जरूरी नहीं है कि शराब की खाली बोतल तस्दीक करती हो कि यहां शराब पार्टी की गयी है.
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मांझा थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास 22 फरवरी की सुबह 20 वर्षीया एक लड़की का शव पेड़ के नीचे मिला. मृतका के कपड़े बिखरे हुए थे. इसके बाद गैंगरेप के बाद हत्या कर आशंका जतायी गयी. घटनास्थल पर शराब की बोतल, सूटकेस, मेकअप के सामान समेत कई आपत्तिजनक सामान पड़े थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की थी.