सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग के आरोप में सीपीओ समेत चार गिरफ्तार, कई अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट मिले
गोपालगंज में सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले पुलिस ने सीपीओ (चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर) समेत चार लाेगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से सात से आठ अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट, पांच से छह अभ्यर्थियों के प्रवेश-पत्र समेत कई दस्तावेज मिले हैं.
गोपालगंज. गोपालगंज में सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले पुलिस ने सीपीओ (चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर) समेत चार लाेगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से सात से आठ अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट, पांच से छह अभ्यर्थियों के प्रवेश-पत्र समेत कई दस्तावेज मिले हैं. इन पर सिपाही भर्ती की परीक्षा के अभ्यर्थियों से साठ-गांठ करने का आरोप है. सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार और एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई की है. पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें गोपालगंज के सीपीओ व नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र के खपुरा निवासी सुरेंद्र पासवान, थावे थाना क्षेत्र के हरदिया निवासी व बिजली कंपनी अरार कार्यालय का एसबीओ (स्विच बोर्ड ऑपरेटर) रंजीत कुमार सिंह, कोचिंग सेंटर के शिक्षक महम्मदपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव निवासी अभिषेक कुमार उर्फ शिवदानी कुमार सिंह तथा सिधवलिया थाना क्षेत्र के विशुनपुरा निवासी दीपक कुमार शामिल हैं. पुलिस के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि परीक्षा से पहले सूचना मिली कि सॉल्वर गैंग से जुड़े कुछ सदस्य पहुंचे हैं. एक अभ्यर्थी की शिकायत पर पुलिस टीम का गठन कर नगर थाना क्षेत्र के अरार, फतहां, थाना रोड समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की गयी. इस दौरान रंजीत सिंह और अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया. इनसे पूछताछ के बाद सीपीओ सुरेंद्र पासवान का नाम आने पर उनकी भी गिरफ्तारी की गयी. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने सात-आठ अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट को जब्त किया है, जिसे इस गिरोह ने गिरवी के तौर पर रखा था. वहीं, कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र भी बरामद किये गये हैं. पुलिस की टीम सीवान और वैशाली के अलावा मोतिहारी में भी छापेमारी कर रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुलिस जल्द ही इस मामले में खुलासा करेगी. उन्होंने कहा कि सीपीओ से भी कई साक्ष्य मिले हैं, जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई लगातार चल रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है