गोपालगंज. महारानी छरकी पर बनाये जा रहे स्लुइस गेट के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को दिया है. नदी में पानी का डिस्चार्ज बढ़ने से पहले वर्क को पूरा किया जाये. सलेहपुर- टंडसपुर तटबंध पर बने स्लुइस गेटों को क्रियाशील करने का आदेश दिया ताकि डिस्चार्ज के बढ़ने पर उसका उपयोग हो सके. सल्लेपुर- टंडसपुर तटबंध पर पर्याप्त मात्रा में बालू-सीमेंट के बोरे को भर कर स्टाॅक करें. तटबंधों पर चूहों के द्वारा बनाये गये होल व फॉक्स होल को बंद करने का निर्देश दिया. एसडीओ ने तटबंधों की जांच कर जल संसाधन विभाग के अभियंताओं व एक्सपर्ट के साथ स्थिति को समझने के बाद 15 जून के पूर्व ठीक करने का आदेश दिया. एसडीओ ने बताया कि गौसिया छरकी पर 53 बेडवार जीयो ट्यूब से बनाये गये हैं. उसकी गुणवत्ता को समझने के बाद बचाव कार्यों के प्रति अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया गया. एसडीएम की जांच में पाया गया कि पंडुई में बनाये जा रहे स्लुइस गेट के पास बिजली के खंभे के कारण निर्माण में बाधा हो रही है. बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता को तत्काल प्रभाव से पोल को शिफ्ट करने का आदेश दिया. घोघरहां व हथियाई स्लुइस गेट पर नदी के नजदीक होने के कारण उसे तत्काल दुरुस्त कराने का निर्देश दिया. गंडक नदी कटाव तेजी से करती है. नदी का सीधा अटैक विशंभरपुर व पतहरा में है. यहां इस छरकी पर नदी की धारा लंबवत टकराती है. तटबंध पर सुरक्षार्थ पर्याप्त मात्रा में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्री का भंडारण करने को कहा गया है. तटबंधों पर बाढ़ अवधि में बांध श्रमिक से सतत निगरानी एवं चौकसी बरतने तथा संबंधित कनीय अभियंता को विशेष निगरानी रखने का आदेश दिया. साथ ही सभी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों प्रकाशीय व्यवस्था, हेलमेट तथा प्रत्येक बांध श्रमिक के पहचान के लिए जैकेट पहने, इसका इंतजाम करने का आदेश दिया गया. इससे वे सुरक्षित तरीके से बचाव कार्य को कर सकेंगे.
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