निजी अस्पताल में जच्चे-बच्चे के मौत के मामले की एफएसएल टीम ने की जांच
हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल के समीप चल रहे मुन्ना भाई के नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान जच्चे-बच्चे की हुई मौत के मामले चौथे दिन में एफएसएल टीम के द्वारा जांच की गयी.
हथुआ. हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल के समीप चल रहे मुन्ना भाई के नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान जच्चे-बच्चे की हुई मौत के मामले चौथे दिन में एफएसएल टीम के द्वारा जांच की गयी. इसमें अस्पताल में रखे गये इंजेक्शन तथा विभिन्न दवाएं सहित विभिन्न किट की जांच की. एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर बारीकी से जांच की. टीम वैज्ञानिक साक्ष्य नमूने साथ लेकर गयी. अधिकारियों ने बताया कि उक्त नमूने को लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा जायेगा. जांच रिपोर्ट के आधार पर इसमें दोषी को सजा दिलाने में सहयोग मिलेगा. उधर, संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी पूजा प्रसाद ने जानकारी दी कि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस की टीम डॉक्टर व उसके कर्मियों की तलाश में जुटी है. पुलिस उसके करीब पहुंचने की दावा कर रही. गत गुरुवार को यादो पिपरा गांव के बबन साह की पत्नी सुनीता देवी की मौत प्रसव के दौरान हो गयी थी. इस मामले में पीड़िता की ननद पूनम देवी ने अस्पताल के संचालक डॉ आयुष कुमार, डॉ मनीषा कुमारी तथा भोजू खां टोला गांव के जमशेद अंसारी की पत्नी व आशा नसीमा खातून पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. महम्मदपुर थाना क्षेत्र के हरपुर टेंगराही गांव के रहने वाले सज्जन मांझी के पुत्र आयुष कुमार के मुन्ना भाई बनने के पीछे का सच अब पुलिस के सामने खुलने लगा है. पुलिस को मिले तथ्य में पता चला है कि आयुष कुमार ने एक आधार कार्ड करण कुमार के नाम पर भगवानपुर, मुजफ्फरपुर के पता पर बना रखा है. वहीं दूसरा करण कुमार पिता सज्जन मांझी के नाम पर ही सूर्यपूरा, राेहतास के पते पर बना रखा है. इतना ही नहीं, दोनों नाम का सर्टिफिकेट भी बना रखा है. अब पुलिस गंभीरता से मामले की जांच कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है