गोपालगंज. नेपाल में बारिश होने के बाद गंडक नदी के जल स्तर में फिर वृद्धि होने लगी है. शुक्रवार को गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से एक लाख 40 हजार क्यूसेक तक डिस्चार्ज लेवल दर्ज किया गया. इधर, गोपालगंज के टंडसपुर में गंडक नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर रही. वहीं, पतहरा तटबंध के पास गंडक नदी खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर नीचे दर्ज की गयी. गंडक नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर से कटाव का खतरा बढ़ गया है. लिहाजा जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम ने तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी है. जल संसाधन विभाग के अनुसार, गंडक नदी में पूरे दिन की बात करें तो एक लाख 13 हजार क्यूसेक से लेकर एक लाख 40 हजार के बीच डिस्चार्ज का लेवल मापा गया. नदी के घटते और बढ़ते जल स्तर से कटाव का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में नदी के किनारे बनाये गये जमीनदारी बांध से लेकर रिंग बांध और छरकियों पर निगरानी बढ़ा दी गयी है. जल संसाधन विभाग का कहना है कि शुक्रवार को नदी शांत रही, कटाव की सूचना नहीं मिली. वहीं, नदी का जल स्तर पेटी में ही रहने के कारण दियारा इलाके के लोगों को राहत मिली है. बता दें कि नेपाल में हल्की बारिश हो रही है. बारिश कम होने की वजह से गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि आंशिक रूप से दर्ज की जा रही है. वहीं, जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार का कहना है कि गोपालगंज में गंडक नदी से तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. विशंभरपुर के भसही में अभियंताओं की टीम नदी के गतिविधियों पर नजर रख रही है. वहीं, पतहरा तटबंध पर इंजीनियरों के साथ-साथ मानव बल भी निगरानी रख रहे हैं. टंडसपुर और डुमरिया घाट में भी गंडक नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर पर नजर रखी जा रही है. गंडक नदी से फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. एहतियातन अभियंताओं को अलर्ट मोड में रखा गया है.
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