गोपालगंज. छपरा और सीवान के बाद गोपालगंज में भी जहरीली शराब कांड ने दस्तक दे दी है. गुरुवार को शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया है. एक मृतक की पहचान 60 वर्षीय लालदेव मांझी के रूप में की गयी, जो बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के उसरी गांव के रहनेवाले थें. वहीं, इनके पुत्र प्रदीप कुमार को सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया है. वहीं दूसरे मृतक की पहचान उसरी के लाल बाबू के रूप में की गयी. दोनों मृ़तकों की पुष्टि एसपी अवधेश दीक्षित ने की है. लाल बाबू को बैकुंठपुर सीएचसी से पटना रेफर किया गया था. पटना जाने के दौरान रास्ते ही में उन्होंने दम तोड़ दिया. दूसरी ओर सदर अस्पताल में सीवान के बसंतपुर के बलथरा गांव के रहनेवाले पवन राम का इलाज चल रहा है. वहीं पवन के दोस्त अजय कुमार की भी शराब पीने से हालत बिगड़ गयी है. मरने से पूर्व लालदेव मांझी ने इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मीडिया को बताया कि उसने पशुओं को लेकर लौटने के दौरान बुधवार की शाम बंधौली गांव में बेटे के साथ शराब का सेवन किया था. शराब का सेवन करने के बाद हालत बिगड़ने लगी और सीने के साथ-साथ सिर में तेज दर्द होने लगा. गुरुवार की सुबह में दोनों की आंखों की रोशनी जाने लगी, तब परिजनों ने आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल के चिकित्सक डॉ शिव शंकर ने दोनों की स्थिति को गंभीर बताते हुए बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. डॉक्टर ने कहा कि शराब का सेवन करने की बात दोनों पिता-पुत्र ने कही, इसके बाद अल्कोहल का इलाज किया गया और पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गयी. इधर, घटना के बाद दोपहर में सदर एसडीपीओ-2 अभय रंजन ने प्रेस काॅन्फ्रेंस की. एसडीपीओ ने कहा कि मशरक से पिता-पुत्र दोनों बुधवार की शाम लौटे हैं. एसडीपीओ ने कहा कि इनमें लालदेव मांझी की मौत हो गयी है, जबकि उनका बेटा बीमार है. उन्होंने कहा कि दोनों का इलाज करनेवाले डॉक्टर की ओर से शराब पीने की रिपोर्ट दी गयी है. मामले में पुलिस की ओर से जांच की जा रही है और शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. एसडीपीओ ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए इलाके में माइकिंग करायी जा रही है, ताकि बीमार अन्य लोगों को इलाज मिल सके. एसडीपीओ ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाने की बात कही है. सीएचसी से सदर अस्पताल तक रही अफरातफरी लालदेव मांझी और प्रदीप मांझी को जब बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया, तो अफरातफरी मच गयी. कुछ ही देर बाद सिधवलिया स्वास्थ्य केंद्र से सीवान के बसंतपुर इलाके के रहनेवाले पवन राम को भी एंबुलेंस से लाया गया और बाद में कई और लोगों के बीमार होने की खबर मिली. एक के बाद एक बीमार लोगों के पहुंचने से अस्पताल में अफरातफरी मच गयी. एंबुलेंस को अलर्ट मोड में रखते हुए डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गयी. सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि स्वास्थ्य टीम अलर्ट है. किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तैयार है. वहीं दूसरी ओर नगर थाना क्षेत्र के खजुरबानी इलाके में पुलिस और उत्पाद टीम ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान झाड़ियों में छिपाकर रखी गयी शराब को पुलिस ने बरामद किया. खजुरबानी वही जगह है, जहां पर शराबबंदी कानून लागू होने के बाद पहली बार 15-16 अगस्त 2016 की रात में जहरीली शराबकांड हुआ था और 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. पुलिस की छापेमारी में यहां चुलाई व देसी शराब मिली. अपर थानाध्यक्ष मंटू रजक के नेतृत्व में कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन और छापेमारी चली. हालांकि शराब बरामदगी के बाद किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
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