Gopalganj News : शिक्षा विभाग में बेंच-डेस्क में हुई धांधली की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित

Gopalganj News : शिक्षा विभाग की ओर से जिले के स्कूलों में लगाये गये बेंच- डेस्क में धांधली की जांच के लिए डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 12, 2024 9:55 PM

गोपालगंज. शिक्षा विभाग की ओर से जिले के स्कूलों में लगाये गये बेंच- डेस्क में धांधली की जांच के लिए डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है. आपदा सह नोडल पदाधिकारी, जिला निगरानी कोषांग सादुल हसन खां के नेतृत्व में जिला नजारत उपसमाहर्ता, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, विद्युत (भवन निर्माण) छपरा के कार्यपालक अभियंता व लोक स्वास्थ्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को शामिल किया गया है. जांच टीम को 15 दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश है. डीएम के आदेश के बाद इस धांधली में लिप्त अधिकारी से लेकर कर्मचारी व संवेदकों के बीच हड़कंप मचा है. जिले के स्कूलों में लगाये गये बेंच- डेस्क में घटिया सामग्री का उपयोग कर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप प्रथम द्रष्टया सत्य पाया जा चुका है. जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राधाकांत के पीठ ने पाया कि जिले के विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न मदों में आपूर्ति की गयी सामग्रियों की गुणवत्ता विभागीय मानकों के प्रतिकूल होने के बावजूद सरकारी राशि का दुरुपयोग कर आपूर्ति से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है. शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों के सुविधाओं के लिए करायी जा रही पेयजल आपूर्ति योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गयी है. एक नजर में बेंच-डेस्क में खर्च को समझें जदयू के पूर्व विधायक की शिकायत पर हुआ था खुलासा जदयू के पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह के शिकायत पत्र को जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अपर समाहर्ता राधाकांत के समक्ष समर्पित किया गया. सुनवाई में आये साक्ष्यों को देखते हुए एक अक्तूबर को अंतिम विनिश्च आदेश पारित किया गया है, जिसमें शिक्षा विभाग द्वारा कराये गये कार्यों में प्रथम दृष्टया अनियमितता परिलक्षित होने की बात मानते हुए इसकी सूक्ष्मता एवं गहनता से जांच समिति का गठन करने की अनुशंसा की थी. मालूम हो कि स्कूलों में 36.12 करोड़ की राशि से बेंच- डेस्क लगाया गया. जिसमें मानक के विपरीत चहेते ठेकेदारों को देकर जैसे-तैसे काम कर राशि की बंदरबांट कर लेने का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक ने कार्रवाई की मांग की थी. अब इस मामले में जांच का आदेश हुआ है. जांच पर जिले के लोगों की नजर टिकी है.

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