Gopalganj News : गंडक नदी की बाढ़ की चपेट में आये 58 गांव, तेजी से बढ़ रहा पानी, तटबंधाें पर बढ़ा दबाव

Gopalganj News : नेपाल में हुई बारिश से गंडक नदी में उफान है. पानी का सैलाब पहुंचने के साथ ही गोपालगंज जिले के छह प्रखंडों के 58 गांवों में बाढ़ से तबाही शुरू हो गयी है. गांव पूरी तरह से नदी के पानी से घिर चुके हैं. वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार की रात 12 बजे 5.62 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज के होने के कारण जिले में बाढ़ की तबाही शुरू हो चुकी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 10:48 PM

गोपालगंज. नेपाल में हुई बारिश से गंडक नदी में उफान है. पानी का सैलाब पहुंचने के साथ ही गोपालगंज जिले के छह प्रखंडों के 58 गांवों में बाढ़ से तबाही शुरू हो गयी है. गांव पूरी तरह से नदी के पानी से घिर चुके हैं. वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार की रात 12 बजे 5.62 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज के होने के कारण जिले में बाढ़ की तबाही शुरू हो चुकी है. तटबंधों पर भारी दबाव रही. दबाव को देखते हुए डीएम मो मकसूद आलम, डीडीसी कुमार निशांत,अपर समाहर्ता आपदा शदुल हसन, एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, सभी अंचलों के सीओ, मुख्य अभियंता संजय कुमार, बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के साथ पतहरा से लेकर बंगरा घाट तक पूरी रात घूमते रहे, जहां भी ग्रामीणों से शिकायत मिली, वहीं पहुंचकर उसका निस्तारण भी कराये. बांध में कई जगह ओवरफ्लों जैसे हालात भी बने. जिससे लिबटने के लिए इंजीनियरों की टीम मुस्तैदी से काम किया. गंडक नदी व बांध के बीच वाले गांवों में घिरे लोगों के पास नाव के अलावे बाकी सभी संसाधन फेल हो चुके हैं. गांवों का संपर्क भंग हो चुका है. गांव में जाने-वाले सड़कों पर बाढ़ का पानी हिलोरे मार रहा है. घरों में लोग कैद हैं. माल-मवेशी को लेकर गांव के लोग परेशान हैं. पिछले 24 घंटे से घरों में पानी भरने के कारण चचरी, छत व मचान पर समय काट रहे. पानी के घटने का इंतजार कर रहे हैं. राहत की बात यह है कि सोमवार की शाम पांच बजे नदी का डिस्चार्ज घट कर 1.63 लाख क्यूसेक पर आ गया है. विशंभरपुर में नदी खतरे के निशान से सुबह सात बजे 1.8 मीटर से ऊपर थी जो शाम को घटकर 1.3 मीटर पर आ गयी. पतहरा में भी लेवल घटने लगा है. हालांकि टंडसपुर में पानी का लेवल अभी बढ़ रहा था. मालूम हो कि सिधवलिया के अमरपुरा व बंजरिया में लोगों के घरों में कल शाम से ही बाढ़ का पानी घुसने के कारण लोगों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया था. उसे देखते हुए भाजपा के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी के पहले पर तत्काल चूड़ा, गुड़ का वितरण किया गया. सोमवार की सुबह से कम्युनिटी किचेन शुरू कर दिया गया है. पीड़ित लोगों को भोजन दोनों समय कराया जा रहा. अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि बैकुंठपुर और बरौली में भी कम्युनिटी किचेन शुरू हो गया है. बाढ़ से प्रभावित होनेवाले इन गांवों में तबाही का आलम कुचायकोट प्रखंड के काला मटिहनियां, दुर्ग मटिहनियां, सलेहपुर, टोला सिपाया व धूपसागर, भगवानपुर, धर्मपुर, विशंभरपुर, सदर प्रखंड के कटघरवां, विशुनपुर पूर्वी, विशनुपुर पश्चिमी, बरइपट्टी, जादोपुर दु:खहरण, रामपुर टेंगराही व जगीरी टोला. मकसूदपुर, मलाही टोला, कटघरवा, रामनगर, खाप, कमल चौधरी का टोला, बरौली प्रखंड के सोनबरसा, मोहम्मदपुर पकड़िया, देवापुर, हसनपुर, रामपुर, सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, बतरदेह व सरफरा.सिधवलिया प्रखंड : अमरपुरा,बंजरियां, डुमरिया व काशी टेंगराही. बैकुंठपुर प्रखंड के परसौनी, बासघाट मंसुरिया, उसरी, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर, प्यारेपुर, बखरी व बंगरा. आदि जगहों पर बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

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