बरौली. जिले में ड्रग्स माफियाओं ने अपने नेटवर्क को शहर के साथ ग्रामीण इलाके में मजबूत कर लिया है. पुलिस के लिए इस नेटवर्क को ध्वस्त करने की बड़ी चुनौती है. बरौली पुलिस ने ड्रग्स के नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में स्मैक बरामद किया है. इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 70 लाख आंकी गयी है.
ड्रग्स की खेप आने का पुलिस को मिला था इनपुट
सदर-2 एसडीपीओ अभय कुमार रंजन ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि पुलिस को इनपुट मिला था कि ड्रग्स की भारी खेप पहुंचने वाली है. पुलिस को मिले इनपुट के अनुरूप थानेदार संदीप कुमार की टीम ने बतरदेह नहर के साइफन के पास छापेमारी की. वहां बतरदेह के शिवजी दास के पुत्र बिट्टू दास को अरेस्ट किया गया. जो पुलिस को देखकर भाग रहा था. पुलिस ने उसे पकड़ कर उसके थैले की तलाशी ली, तो थैले में रखे साबुनदानी में स्मैक की पुड़िया मिली. पुलिस की कड़ी पूछताछ में बिट्टू दास ने रैकेट के सरगना का नाम आलापुर निवासी शारदा यादव के पुत्र विजयमल यादव का नाम लिया. उसकी निशानदेही पर बगल के गांव आलापुर में पुलिस ने छापेमारी की, तो विजयमल यादव के घर से 39 साबुनदानी में पैकेट में रखे गये स्मैक की पुड़िया मिली. इन साबुनदानियों की काफी अच्छी तरह पैकिंग की गयी थी और सभी पूरी तरह नयी थी.
पुलिस को चकमा देकर भाग निकले ड्रग्स माफिया
एसडीपीओ ने बताया कि ये साबुनदानी देखने में पूरी तरह बेचने के लिए ले जायी जाने की तरह थी. जो स्मगलरों द्वारा पुलिस को धोखा देने के लिए बनायी गयी थी. छापेमारी के दौरान ड्रग्स के माफिया विजयमल यादव सहित घर के सभी सदस्य फरार हो गये. पुलिस उनके नेटवर्क को खंगालने में जुटी है.एटीएम, पासबुक, आधार, पैनकार्ड भी जब्त
साबुनदानियों में मिले स्मैक का वजन किया गया तो यह 539.75 ग्राम था. मौके से चार एटीएम, पासबुक, आधार, पैनकार्ड जब्त किये गये है. जिसकी कीमत करीब 70 लाख आंकी गयी है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार बिट्टू दास को जेल भेज दिया है.गांव के छात्र व युवा ड्रग्स पेडलरों के टारगेट पर
वहीं ड्रग्स की तस्करी को लेकर बुद्धिजीवियों ने चिंता जतायी है. उनका कहना है कि ड्रग्स का कारोबार गांव में तेजी से फैल रहा. ड्रग्स पेडलरों के निशाने पर गांव के छात्र व युवा हैं. जो आसानी से इनके चंगुल में फंस कर तबाह हो रहें. समय रहते अगर समाज के लोग, पुलिस प्रशासन के लोग अलर्ट नहीं हुए, तो ड्रग्स युवाओं को बर्बादी के कगार पर ला देगा.
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