उचकागांव. मीरगंज शहर के उत्तर मुहल्ले में एक चप्पल दुकानदार ने अपने घर के बंद कमरे में रस्सी के सहारे बांस की बल्ली में फांसी लगाकर जान दे दी. कुछ देर बाद घर का कमरा बंद देखकर पत्नी ने शोर मचाया. दरवाजा खोला गया, तो फंदे से व्यवसायी का शव लटक रहा था. मृत दुकानदार जितेंद्र प्रसाद उत्तर मोहल्ला निवासी रामेश्वर प्रसाद का पुत्र था. लोगों ने बताया कि रविवार को 35 वर्षीय जितेंद्र प्रसाद प्रतिदिन की भांति अपनी बाजार रोड स्थित दुकान पर गया था. करीब दोपहर के ढाई बजे वह दुकान से खाना खाने घर आये और दूसरी मंजिल पर करकटनुमा कमरे में बांस की बल्ली में रस्सी लगाकर नीचे कुर्सी के सहारे लटक कर सुसाइड कर ली. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचीं मीरगंज थाने की सब इंस्पेक्टर नेहा कुमारी ने शव को कब्जे में लिया. सब इंस्पेक्टर नेहा कुमारी ने बताया कि व्यवसायी के गले पर दाग है. सुसाइड या हत्या पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पांच साल पहले भी की थी सुसाइड की कोशिश
मृत व्यवसायी की बाजार रोड में एक चप्पल की दुकान है. वह कुछ दिनों से पारिवारिक कलह को लेकर परेशान चल रहा था. चप्पल दुकानदार जितेंद्र प्रसाद के सुसाइड करने के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है. विवाद को लेकर ही जितेंद्र ने पांच वर्ष पहले जहरीला पदार्थ खाकर जाने देने की कोशिश की थी, लेकिन बच गये. स्थानीय लोगों ने बताया कि वह काफी मिलनसार स्वभाव के था. इधर, मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. मृतक को एक बेटी है जबकि शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए उसकी पत्नी अस्पताल गयी थी.
भाई से चल रहा था जमीन को लेकर विवाद
मीरगंज शहर के उत्तर मुहल्ला के रहने वाले रामेश्वर प्रसाद के दो पुत्रों में जितेंद्र बड़े थे. जो अपनी जीविका दुकान चलाकर करते थे. इनका छोटा भाई अपनी मां के साथ रहता है. दोनों भाईयों में कई सालों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है. जमीन के विवाद को लेकर भी काफी तनाव में रह रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है