Gopalganj News : मणिपुर में श्रमिकों की हत्या के बाद वहां से लौटने लगे प्रवासी मजदूर

Gopalganj News : मणिपुर में गोपालगंज के दो युवकों की गोली मारकर हुई हत्या में उग्रवादियों का हाथ होने की बात सामने आ रही है. मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने इस मामले में जांच बैठा दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2024 10:22 PM

गोपालगंज. मणिपुर में गोपालगंज के दो युवकों की गोली मारकर हुई हत्या में उग्रवादियों का हाथ होने की बात सामने आ रही है. मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने इस मामले में जांच बैठा दी है. इसके साथ ही सीएम ने दोनों मृत श्रमिकों के परिजनों को 10- 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. मणिपुर के सीएम ने बताया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करायी जायेगी. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. साथ ही कहा कि दाेनों मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का अनुदान मणिपुर सरकार की ओर से दिया जायेगा.

शनिवार को जिले के दो मजदूरों की गोली मारकर की गयी थी हत्या

बता दें कि शनिवार की शाम मणिपुर के काकचिंग जिले में गोपालगंज के दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. दोनों श्रमिक सदर प्रखंड के रजवाही बिनटोली गांव के रहने वाले थे, जिसमें वीरेंद्र मुखिया का 18 वर्षीय पुत्र सोनलाल सहनी तथा मोहन सहनी का 17 वर्षीय पुत्र दशरथ सहनी शामिल था. दोनों वहां मजदूरी का काम करते थे. शनिवार की शाम चार साथी मजूदरों के साथ काम कर अपने रूम पर लौट रहे थे. इस दौरान काकाचिंग- वाबागई रोड पर उग्रवादियों ने गोली मार दी. इससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गयी.

गांव में नहीं आया शव, मणिपुर में ही हुआ दाह संस्कार

घटना के बाद दोनों मृतकों के शव उनके गांव रजवाही में नहीं आये. हालांकि मृतक के परिजन लगातार शव मंगाने में प्रयास में थे. प्रशासन से भी शव मंगाने की मांग कर रहे थे, लेकिन शव क्षत-विक्षत था, इसलिए मणिुपर पुलिस प्रशासन ने वहां मौजूद मृतक की परिजन तथा साथी मजदूरों से वहीं दाह-संस्कार कर देने की बात कही. इसके बाद वहां माैजूद साथी श्रमिकों ने वहीं दाह-संस्कार कर दिया.

हमले के बाद डरे बिहारी मजदूरों ने छोड़ा काम

मणिपुर में गोपालगंज दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद वहां काम करने वाले बिहारी मजदूर दहशत में आ गये हैं. वहां काम कर रहे दर्जनों बिहारी मजदूरों ने काम छोड़ दिया है. इसमें गोपालगंज के राजवाही के चार मजदूर हैं. वहीं बिहार के अन्य जिलों के भी एक दर्जन से अधिक मजदूर शामिल हैं. रजवाही के रहने वाले सभी चार मजदूर वहां से घर लौट रहे हैं. मृतक दशरथ के भाई संतोष ने बताया कि वे लोग अब घर के लिए लौट रहे हैं.

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