Gopalganj News : बेलबनवां हनुमान मंदिर को किया गया सील, अब सीओ और थानेदार की देखरेख में होगी पूजा, भक्तों को प्रतिदिन की तरह मिलेगा दर्शन, पूजा-पाठ का मौका
Gopalganj News : ऐतिहासिक बेलबनवां मंदिर को कब्जाने को लेकर चल रहे टकराव के बीच अयोध्या की दशरथ गद्दी के महंत बृज मोहन दास के द्वारा जबरन पुजारी से चाबी छीन कर कब्जा कर लेने के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया.
कुचायकोट. ऐतिहासिक बेलबनवां मंदिर को कब्जाने को लेकर चल रहे टकराव के बीच अयोध्या की दशरथ गद्दी के महंत बृज मोहन दास के द्वारा जबरन पुजारी से चाबी छीन कर कब्जा कर लेने के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया. मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार, एसडीपीओ प्रांजल के साथ मंदिर पहुंचे, जहां पहले से सीओ मणि भूषण, थानेदार आलोक कुमार मौजूद थे.
एसडीओ ने दोनों पक्षों को सुना
एसडीओ ने दोनों पक्षों से साक्ष्य व कागजात को समझा. महंत जय प्रकाश दास की ओर से धार्मिक न्यास पर्षद के आदेश की कॉपी उपलब्ध करायी गयी. मंदिर के निर्माण कराने वाले ब्रह्मलीन रामाश्रय दास उर्फ नागा बाबा के द्वारा अपने शिष्य जयप्रकाश दास को मंदिर की जिम्मेदारी सौंपे गये नौ अगस्त 2006 को बनाये गये पंचनामा की प्रति दी गयी. वहीं बृज मोहन दास के शिष्यों की ओर से नागा बाबा के द्वारा लिखे गये स्टांप को दिखाया गया. स्थिति व सोमवार को की गयी जबर्दस्ती को देखते हुए एसडीओ ने मंदिर से महंत बृजमोहन दास व जय प्रकाश दास को बेदखल करते हुए मंदिर को सील कर दिया. एसडीओ ने कहा कि मंदिर का पूजा-पाठ, भोग-राग का इंतजाम सीओ व थानेदार अपनी देख-रेख में करायेंगे. वे अपने स्तर से पुजारी रखेंगे. जो अस्थायी रूप से पूजा करेंगे. मंदिर लाखों भक्तों के आस्था का केंद्र है. भक्तों को पूर्व की भांति सुविधाएं मिलेगी.
धार्मिक न्यास पर्षद लेगा आगे का निर्णय
एसडीओ ने कहा कि पूरे स्थिति की रिपोर्ट धार्मिक न्यास पर्षद को भेजी जायेगी. जब तक न्यास पर्षद की ओर से कोई ठोस आदेश नहीं आता, तब तक अस्थायी रूप से प्रशासन की ओर से हनुमान जी की पूजा करायेगा. प्रशासन मंदिर के माहौल को किसी भी कीमत पर खराब नहीं होने देगा.पुजारी से चाबी छीन कर जमाया गया था कब्जा
सोमवार को मंदिर में सीओ को आना था. दोनों पक्षों से कागजात भी मांगे गये थे. 12 बजे तक सीओ नहीं पहुंचे, तो उसके बाद महंत बृजमोहन दास के तरफ से अयोध्या के लोग पहुंचे. मंदिर के पुजारी से जबरन चाबी को छीन लिया. पुजारी पर भी आरोप लगाने लगे. उसके बाद उनके समर्थकों की ओर से नारेबाजी की जाने लगी. इसकी सूचना पर डायल 112 पहुंची. बाद में थानेदार आलोक कुमार भी पहुंचे. पुलिस संत बृज मोहन दास के साथ बैठे लोगों से पूछ कर लोगों की सहमति से मंदिर की चाबी लेने की बात सुनकर लौट गयी. मंदिर में पुजारी के साथ धक्का- मुक्की का वीडियो भी अब वायरल होने लगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है