गोपालगंज. कोर्ट में कर्मियों की बेमियादी हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही. देर शाम को लोगों की परेशानी को देखते हुए संघ की ओर से एक मार्च तक के लिए अपना आंदोलन स्थगित कर दिया गया. हड़ताल को स्थगित होने से शनिवार को कोर्ट का काम-काज शुरू हो जायेगा.
एक मार्च तक मांगों को नहीं मानने पर फिर करेंगे आंदोलन
बिहार राज्य सिविल कोर्ट इंप्लाइज एसोसिएशन की तरफ से निर्णय लिया गया. एक मार्च तक सरकार की ओर से उनकी मांगों को नहीं मानने पर आंदोलन करने की बात कही है. उधर, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष धीरेंद्र मिश्र व महासचिव मनोज कुमार मिश्र ने संघ के इस निर्णय का स्वागत किया है. साथ ही पैरवीकारों से अपील की कि वे अपने वकील से संपर्क कर अपने मुकदमों की पैरवी कराएं.
दूसरे दिन भी कोर्ट का पूरी तरह से ठप रहा काम-काज
वैसे तो पिछले 48 घंटे से पुलिस की ओर से गिरफ्तार अभियुक्तों को पुलिस जेल नहीं भेज पा रही है. दूसरे दिन भी 38 आरोपितों को पुलिस बैरंग लेकर लौट गयी. कई आरोपितों को तो पुलिस ने छोड़ भी दिया. कोर्ट में काम- काज नहीं होने के कारण दूसरे दिन भी लगभग 620 से अधिक मुकदमों की पैरवी नहीं हो सकी, जबकि 190 से अधिक मुकदमों में गवाही नहीं हुई. पटना हाइकोर्ट से मिली जमानत के बाद भी सुनवाई नहीं होने से बेल नहीं हुआ. 68 लोगों की जमानत पर सुनवाई नहीं हुई. कोर्ट के चैंबर में दूसरे दिन भी जज बैठे रहे. जिनको हड़ताल की जानकारी नहीं थी, वे ठंड में दूर- दूर से आये, बगैर पैरवी के ही लौट गये. दूर से आने वाले मुवक्किलों को कठिनाई हुई. उत्पाद विभाग व पुलिस की ओर से लगभग 26 लोगों को शराब पीने के दौरान पकड़े गये लोगों को कोर्ट से जुर्माना व बेल नहीं होने से लौटना पड़ा. स्पेशल लोक अभियोजक रवि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि कोर्ट से जमानत नहीं मिलने के कारण पीआर बांड पर छोड़ा गया.हड़ताल पर डटे रहे ये कर्मी
हड़ताल में संघ के अध्यक्ष रणवीर कुमार, सचिव राजेश कुमार, अभय कुमार, संदीप कुमार, शिशिर भारद्वाज, अमित कुमार,उमेश प्रसाद, पंकज कुमार, मीनू कुमारी, फिरोजा खातून, प्रभात कुमार, पूनम कुमारी, खुशबू कुमारी, अंकिता सिन्हा, सुजीत कुमार, आदित्य कुमार, सतीश कुमार और श्रीनिवास शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है