Gopalganj News : जिले में साइबर अपराधियों ने तीन बैंक ग्राहकों को ठगी का शिकार बनाया, मामले दर्ज

Gopalganj News : गोपालगंज जिले में हाल ही में तीन बैंक ग्राहकों को साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का शिकार बनाया गया है. पीड़ितों में एक एनएचएम कर्मी और दो किसान शामिल हैं, जिन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2024 10:12 PM

गोपालगंज. गोपालगंज जिले में हाल ही में तीन बैंक ग्राहकों को साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का शिकार बनाया गया है. पीड़ितों में एक एनएचएम कर्मी और दो किसान शामिल हैं, जिन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायी है. ये घटनाएं विभिन्न तरीकों से घटित हुईं, जिनमें से कुछ में अपराधियों ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर और अन्य में फेसबुक पर दोस्त बनकर ठगी की. मालूम हो कि गोपालगंज जिले के बैजलहां गांव के निवासी हसमुद्दीन अंसारी ने बताया कि उनके पास एक महिला साइबर अपराधी ने कॉल किया. अपराधी ने खुद को एक्सिस बैंक का अधिकारी बताकर दावा किया कि अगर उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड को बंद नहीं करवाया, तो हर माह 500 रुपये कटेंगे. हसमुद्दीन ने महिला को बैंक अधिकारी समझकर उसके द्वारा मांगे गये ओटीपी और अन्य जरूरी जानकारी दे दी. इसके परिणामस्वरूप, उनके खाते से 50 हजार रुपये गायब हो गये. दूसरी घटना कुचायकोट थाने के चेनुआ पांडेय टोला में घटित हुई. शोएब अंसारी के पास एसबीआइ के मुंबई ऑफिस हेड के नाम पर कॉल आया. साइबर अपराधी ने क्रेडिट कार्ड के केवाइसी के नाम पर ओटीपी मांगा और इसके बाद उनके खाते से 70 हजार रुपये निकाल लिये. शोएब अंसारी ने इस घटना की शिकायत साइबर थाने में की और अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. तीसरी घटना कटेया थाना क्षेत्र के सिधवनिया गांव में हुई. मंसूर आलम को फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया गया और उनके करीबी दोस्त का फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर कई किस्तों में 97 हजार रुपये की ठगी की गयी. जब मंसूर ने अपने दोस्त से संपर्क किया, तो पता चला कि दोस्त का फेसबुक आइडी हैक हो चुका था. इस जानकारी के बाद मंसूर ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. साइबर अपराधियों की रणनीतियां और सावधानी इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि साइबर अपराधी विभिन्न तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं. इनमें से कुछ अपराधियों ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर और अन्य ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से संपर्क किया. पुलिस का कहना है कि बैंक कभी भी ग्राहकों से फोन पर व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है. इस प्रकार की जानकारी बैंक के आधिकारिक चैनलों के माध्यम से ही दी जाती है. लोगों को इन घटनाओं से सावधान रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज का जवाब देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए. उन्हें किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले उसकी पुष्टि करनी चाहिए और बैंक के आधिकारिक नंबर पर संपर्क करना चाहिए. इस तरह की सावधानियों से साइबर अपराधियों से बचाव संभव हो सकता है. इन घटनाओं के मद्देनजर, साइबर थाने और पुलिस विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने की सलाह दी है.

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