गोपालगंज. अपराध और अपराधियों से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. जेल में अपराधी हों या बाहर, पुलिस ने उनपर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. अपराधियों को जेल भेजने के साथ ही उन्हें त्वरित सजा भी दिलायी जायेगी. उक्त बातें रविवार को गोपालगंज पहुंचे सारण रेंज के डीआइजी नीलेश कुमार वर्मा ने कहीं. डीआइजी देर शाम एसपी अवधेश दीक्षित के साथ यातायात थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे. डीआइजी ने बताया कि यातायात थाने में त्वरित विचारण कोषांग बनाया जा रहा है, जहां पर जिलेभर के थानों में अंकित करीब 214 आपराधिक मामलों का स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा.
इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस ऑफिसर को किया गया तैनात
डीआइजी ने कहा कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रत्येक जिले में स्पीडी ट्रायल का कोषांग बनाया जा रहा है. यहां इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस ऑफिसर को तैनात किया गया है. ये ऑफिसर न्यायालय के अभियोजन पदाधिकारी से मिलकर उस तरह के केस का चयन करेंगे, जिसमें न्यायालय द्वारा त्वरित विचारण किया जा सके और दोषियों को त्वरित गति से सजा दिलायी जा सके. न्यायालय द्वारा स्पीडी ट्रायल के जरिये अपराधियों को सजा दिये जाने पर अपराध करनेवालों में मैसेज जायेगा. जेल में बंद गैंगस्टर से लेकर हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में स्पीडी ट्रायल चलाया जा रहा है.
कुल 214 केस किये गये चिह्नित
वहीं, एसपी ने बताया कि गोपालगंज पुलिस की ओर से पूर्व में कुल 194 केस को चिह्नित किया गया था, लेकिन बाद में 20 और केस को शामिल किया गया, जिसके बाद कुल 214 केस चिह्नित किये गये हैं, जिनका स्पीडी ट्रायल चलाने के लिए अनुशंसा की गयी है. डीआइजी का मानना है कि स्पीडी ट्रायल कोषांग का गठन होने से जघन्य अपराध में शामिल अपराधियों को कम समय में कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जा सकेगी. जेल में बंद अपराधियों को भी त्वरित सजा दिलाने में पुलिस बड़ी भूमिका निभायेगी.
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