Gopalganj News : नारायणी के घाटों पर उमड़ पड़ा जनसैलाब, लाखों श्रद्धालुओं ने लगायी पुण्य की डुबकी
Gopalganj News : मौनी अमावस्या के अवसर पर नारायणी नदी के सभी प्रमुख घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. बुधवार की सुबह से ही भक्तों द्वारा स्नान, दान का सिलसिला जारी रहा. सुबह से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र नारायणी में डुबकी लगायी.
गोपालगंज. मौनी अमावस्या के अवसर पर नारायणी नदी के सभी प्रमुख घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. बुधवार की सुबह से ही भक्तों द्वारा स्नान, दान का सिलसिला जारी रहा. सुबह से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र नारायणी में डुबकी लगायी. स्नान-दान और अनुष्ठान के बाद लोगों ने पुण्य की कामना की.
प्रशासन से घाटों पर की थी पूरी तैयारी
डुमरिया घाट से लेकर यूपी के बॉर्डर अहिरौली दान तक नदी के तट पर भक्तों की भीड़ दिखी. आस्था का यह सैलाब मन को मोहित कर रहा था. डुमरिया व विशंभरपुर के राजापुर में मेला लगा. वहां सर्वाधिक आस्थावानों की भीड़ रही. प्रशासन की ओर से घाटों पर तैयारियां की गयी थीं. पुलिस के अधिकारी भी कैंप करते रहे. सबसे बड़ी बात यह रही कि इस बार मौनी अमावस्या पर चार योग बने. वहीं श्रवण नक्षत्र भी रहा मकर राशि में, सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बना रहा. ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसे में शिववास, सिद्धि, वृषभ गुरु और वज्र योग में स्नान, दान करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. नारायणी नदी में स्नान के लिए सुबह पांच बजे से ही घाटों पर लोगों की भीड़ लगी रही.
स्नान-दान के साथ तप व साधना का दिखा संगम
नारायणी नदी के डुमरिया घाट के तट पर स्नान दान के साथ साधना व तप का अद्भुत संगम देखने को मिला. यहां श्मशान के पास लोगों को स्नान कर दान करते देखा गया. वहीं कई गरीबों के बीच अनाज, वस्त्र का वितरण किया गया.सिर पर गठरी लेकर स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु
सिधवलिया. सीवान से सिर पर गठरी, कंधे पर झोला और हाथ में बोरा लिए आस्था की डुबकी लगाने लोग पहुंचे थे. सिर्फ नारायणी के जल में श्रद्धालु आस्था की मौन डुबकी लगाने पहुंचे थे. नारायणी के तट पर लोगों की कतार लगी रही. यहां मेले जैसा नजारा था. श्रद्धालुओं ने शुभ मुहूर्त में स्नान करने के साथ दान- पुण्य किया. हर साल नारायणी में डुबकी लगाने वाले राधेश्याम तिवारी ने कहा कि स्नान के बाद जल लेकर अरेराज में बाबा को चढ़ाया जाता है. शृंगार की सामग्री के साथ पुड़ी, जलेबी की दुकानों पर खूब भीड़ रही.राजापुर में आस्था की डुबकी के साथ मेले का उठाया लुत्फ
सासामुसा. राजापुर में आस्था की डुबकी के साथ लोगों ने जमकर मेले का लुत्फ उठाया. स्नान-दान के बाद पुड़ी-जलेबी खाने के लिए भीड़ दिखा. तो लकड़ी के फर्नीचर से लेकर पत्थर के सामान की खूब खरीदारी हुई. हर साल की तरह यहां तीन दिन पहले से दुकानें लग चुकी थीं. मेले में यूपी व बिहार के लोगों के पहुंचने से नारायणी के तट पर आस्था का अद्भुत नजारा बना हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है