Gopalganj News : विज्ञान मेले में क्याेर एआइ एप प्रोजेक्ट की हुई सराहना, आज से सांस्कृतिक कार्यक्रम

Gopalganj News : राष्ट्रीय युवा महोत्सव- 2025 को लेकर जिलास्तरीय युवा उत्सव की शुरुआत गुरुवार से हो गयी. पहले दिन कुचायकोट प्रखंड के सिपाया में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में विज्ञान मेले का आयोजन किया गया. इसमें अलग-अलग प्रखंड के स्कूल- कॉलेज से आये युवा प्रतिभागी शामिल हुए.

By Prabhat Khabar News Desk | October 24, 2024 10:31 PM

सासामुसा/ गोपालगंज. राष्ट्रीय युवा महोत्सव- 2025 को लेकर जिलास्तरीय युवा उत्सव की शुरुआत गुरुवार से हो गयी. पहले दिन कुचायकोट प्रखंड के सिपाया में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में विज्ञान मेले का आयोजन किया गया. इसमें अलग-अलग प्रखंड के स्कूल- कॉलेज से आये युवा प्रतिभागी शामिल हुए. विज्ञान मेले में 20 टीमों ने हिस्सा लिया, जिसमें 19 ग्रुप तथा एक अकेला प्रतिभागी शामिल हुआ. प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक साइंस प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये, जिसे देख कर प्रशासन के अधिकारी व निर्णायक मंडली के सदस्य दंग रह गये. विज्ञान मेले की शुरुआत डीडीसी कुमार निशांत विवेक, टीओ शशिकांत आर्य, डीइओ योगेश कुमार, जिला खेल पदाधिकारी अब्दुल राशिद तथा अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. छात्रों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते डीडीसी ने कहा कि युवाओं के लिए बेहतर अवसर है. अपना प्रतिभाग दिखाकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे सकते हैं. उद्घाटन के बाद प्रशासन के अधिकारी तथा निर्णायक मंडली के द्वारा सभी प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया गया. निर्णायक मंडली में वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य, आर्ट एंड कल्चर ऑफिसर चंद्रमौली कुमार, इंजीनियरिंग कॉलेज के रजिस्ट्रार सौरभ प्रियदर्शी, सिविल ब्रांच के एचओडी राणा प्रताप सिंह, इलेक्ट्रॉनिक ब्रांच के एचओडी डॉ मुशर्रत जहां तथा साइंस विभाग नागेंद्र कुमार यादव शामिल थे. इन प्रोजेक्ट की रही चर्चा विज्ञान मेले में सभी टीम ने अलग- अलग स्टॉल पर अपना प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी लगायी थी. इसमें कुछ प्रोजेक्ट काफी चर्चा में रहे. इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने क्योर एआइ नाम से एक हेल्थ केयर एप प्रस्तुत किया. इस एप की विशेषता थी कि एप में बीमारी के लक्षण डालने पर बचाव के उपाय, जरूरी दवाएं तथा डोज बताया. एक टीम ने बुजुर्गों के लिए थर्ड आइ नाम का एक डंडा बनाया था, जिसमें सेंसर लगा हुआ था. इसकी विशेषता थी कि आंख से दिव्यांग बुजुर्ग भी इस डंडे को लेकर चलेंगे और सामने कोई सामान आ गया, तो डंडे में लगा सेंसर उसे भांप लेगा और सायरन बजने लगेगा. एक टीम ने फाॅल्ट लाइन डिटेक्टिंग मशीन बनायी थी, जो एक नियत परिधि में किसी तरह के बिजली लाइन के फाॅल्ट को डिटेक्ट कर लेगा. युवा उत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार से शहर के अंबेडकर भवन में कला की प्रतियाेगिताएं शुरू हो जायेंगी, जो शनिवार तक चलेंगी. इसमें प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर तक के प्रतियोगिता में समूह या एकल लोक नृत्य, समूह या एकल गायन, कहानी लेखन, चित्रकारी या पेंटिंग, कविता और वकृता आदि विधाओं में भाग लेंगे. वहीं गैर प्रतियोगी वर्ग में राज्य स्तर तक लघु/एकांकी नाटक, शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय वाद्य वादन एवं हारमोनियम (सुगम), मूर्ति कला, छायाचित्र (फोटोग्राफी) आदि विधाओं में प्रतिभागी अपना प्रदर्शन करेंगे.

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