गोपालगंज. कंपकपाती ठंड की वजह से ब्लड प्रेशर (बीपी) मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गयी है. ठंड और सर्द हवाओं से बचने के लिए हाइ ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी से रोगी को थोड़ा अलर्ट रहना होगा, क्योंकि यह मौसम उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. हाइ बीपी से अधिकतर मरीजों में स्ट्रोक और पैरालिसिस की शिकायतें मिल रही हैं. सरकारी और शहर के निजी अस्पतालों के आंकड़ों पर गौर करें, तो हर रोज बीपी और दिल की बीमारी से ग्रसित करीब ढाई सौ मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, सदर अस्पताल में कुचायकोट की महिला मरीज के अलावा राजवाही कॉलोनी के पवन सिंह की बीपी से मौत हो गयी. चिकित्सकों के मुताबिक इस मौसम में पूरे शरीर में गर्म कपड़े पहनने चाहिए. एम्स के पूर्व चिकित्सक डॉ अभिषेक रंजन के मुताबिक अचानक बीपी हाइ हो जाने से ब्रेन डैमेज भी हो जाता है.
हाइ बीपी के कुछ खास लक्षणऐसे बरतें सावधानी
अगर आपको सिर दर्द है, तो इसे आम दर्द न समझें. अगर ये लगातार रह रहा हो, तो सिर्फ पैरासिटामोल खाकर इलाज न करें, हो सकता है आपको हाइ बीपी है. ठीक डोज के बीपी की दवाओं से सिर दर्द से भी आराम और आगे खतरा भी नहीं होगा.बीपी की दवा खुद से बंद न करें
चिकित्सकों के अनुसार कभी भी एक की बीपी की दवा अपने से न खाएं. एक मरीज से दूसरे मरीज में काफी अलग-अलग परिस्थिति और शरीर की संरचना और अलग-अलग जरूरते हैं. इसलिए दवा उम्र, स्थिति, जरूरत, हृदय, किडनी आदि की जरूरत देख कर ही दी जाती है. बीपी का दवा खुद से बंद न करें, नियमित समय पर रोज नियमित बीपी की दवा खाएं, सिर्फ दवा पर निर्भर नहीं रहें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है