Gopalganj News : प्रभात खबर के खुलासे पर डीएम ने लगायी मुहर, सीओ, सीआइ, कर्मचारी और भू-माफिया पर केस दर्ज

Gopalganj News : गोपालगंज राजेंद्र नगर बस स्टैंड की अरबों की जमीन अपने नाम फर्जीवाड़ा कर बना लेने के मामले में डीएम ने एसडीओ की विवेचना एवं जमा कागजात का अवलोकन करने के बाद सम्मिलित अधिकारी और कर्मियों की तरफ से आये जवाब का गहनता से अध्ययन कर माना कि एक सोची-समझी साजिश के तहत भू-माफियाओं से मिलीभगत कर नगर परिषद, गोपालगंज के बस स्टैंड की भूमि की जमाबंदी का सृजन बगैर स्थलीय जांच एवं नगर परिषद, गोपालगंज का पक्ष जाने अजय दूबे के नाम से किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 11:12 PM

गोपालगंज. गोपालगंज राजेंद्र नगर बस स्टैंड की अरबों की जमीन अपने नाम फर्जीवाड़ा कर बना लेने के मामले में डीएम ने एसडीओ की विवेचना एवं जमा कागजात का अवलोकन करने के बाद सम्मिलित अधिकारी और कर्मियों की तरफ से आये जवाब का गहनता से अध्ययन कर माना कि एक सोची-समझी साजिश के तहत भू-माफियाओं से मिलीभगत कर नगर परिषद, गोपालगंज के बस स्टैंड की भूमि की जमाबंदी का सृजन बगैर स्थलीय जांच एवं नगर परिषद, गोपालगंज का पक्ष जाने अजय दूबे के नाम से किया गया है. यह सीओ, प्रभारी सीआइ एवं राजस्व कर्मचारी, नगर की गलत मंशा एवं भ्रष्टाचार में संलिप्तता को परिलक्षित करता है. संबंधित पदाधिकारी/कर्मियों का यह कृत्य विभागीय प्रावधानों के प्रतिकूल है एवं लोक सेवक के लिए निरुपित आचार नियमावली, 1976 के नियम-3 के सर्वथा विपरीत पाते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया गया. भू माफिया ने जन्म लेने के साथ ही करा ली थी जमीन की रजिस्ट्री अनुमंडल पदाधिकारी जब मामले की जांच शुरू की, तो स्पष्ट हुआ कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा गांव के स्व चंद्रमा दुबे के पुत्र अजय दुबे ने जन्म लेने के साथ ही बस स्टैंड की अरबों की जमीन की अपने नाम से रजिस्ट्री करा दी थी. 1980 में जमीन खरीदगी दिखा कर वर्ष 1980-81 से जमाबंदी के रजिस्टर- टू में अलग से एक पन्ना में लिख कर जोड़ दिया गया था. अजय दुबे के जन्मतिथि उसके वोटर आइडी कार्ड व आधार में एक जनवरी 1980 दर्ज है. जब उसका जन्म ही 1980 में हुआ, तो उनके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री कैसे हो गयी. वर्ष 2024 तक जमीन की रसीद नहीं कट रही थी. दो सितंबर, 2024 की सुबह 10:44 बजे सीओ गुलाम सरवर के द्वारा स्वीकृति देने के बाद तीन सितंबर को बजाप्ता रेंट रसीद भी अपराह्न 3:04 बजे 1900 रुपये की काट दी गयी. वहीं दूसरी ओर राजेंद्र नगर बस स्टैंड की अरबों की जमीन अपने नाम फर्जीवाड़ा कर करा लेने का खुलासा प्रभात खबर ने 10 सितंबर के अंक में किया. इस खबर से प्रशासनिक महकमे से लेकर आम पाठक हतप्रभ हो गये. डीएम मो मकसूद आलम ने इसे गंभीरता से लिया और अनुमंडल पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार से पूरे मामले की जांच करायी. प्रभात खबर ने पूरी निष्पक्षता के साथ अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए आम पाठकों तक हर दिन की खबर पहुंचायी. कार्रवाई होने के साथ डीएम, एडीएम आशीष कुमार सिन्हा, एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राहुल धर दुबे, सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन, भाजपा के प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी, जिलाध्यक्ष संदीप कुमार गिरि, सदर विधायक कुसुम देवी, राजद के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग, सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमनाथ राय शर्मा, नगर परिषद के सभापति हरेंद्र चौधरी, अधिवक्ता मनीष किशोर नारायण, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष चंद्र भूषण सिंह ने प्रभात खबर को धन्यवाद दिया है. प्रभात खबर की मुहिम ने फर्जीवाड़े में शामिल लोगों को बेनकाब किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version