कुचायकोट. गोपालपुर थाने के बड़हरा गांव में पुलिस टीम पर बुधवार की सुबह हुए हमले के मामले में कार्रवाई शुरू हो गयी है. गोपालपुर थाने की पुलिस ने बड़हरा गांव के 76 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. वहीं, इस मामले में छापेमारी कर 22 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. इन सभी आरोपितों की पुलिस ने सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करायी और न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया. एसपी अवधेश दीक्षित का कहना है कि वीडियो फुटेज के आधार पर सभी आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी की गयी है. पुलिस ने दोनों पक्षों के विवाद को सुलझाने के लिए थाने पर आयोजित जमीन विवाद के जनता दरबार में भी दोनों पक्षों को बुलाया था.
पुलिस ने इन आरोपितों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें बड़हरा गांव के रहनेवाले ब्रजकिशोर सिंह, विशाल सिंह, राम नगीना भगत, रामनरेश भगत, रामनरेश चौहान, सुरेश मांझी, विशुनजय सिंह, प्रमोद कुमार, हेमनाथ मांझी, सयसुद्दीन मियां, देवनाथ मांझी, हरिंद्र भगत, रामदेव सिंह, शैलेश कुमार, शशिकांत कुमार, योगेंद्र भगत, अजय कुमार, चंदू कुमार, सुजीत कुमार, अभिषेक कुमार, चंद्रप्रकाश सिंह और सत्यनारायण सिंह शामिल हैं.गिरफ्तारी के डर से गांव में सन्नाटा, घर छोड़कर भागे आरोपित
गिरफ्तारी के डर से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, पुलिस ने जिन लोगों पर एफआइआर दर्ज की है, वे घर छोड़कर फरार हैं. पुलिस की कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है और लोग दहशत में हैं. वहीं, कुछ लोगों ने पुलिस पर निर्दोष को फंसाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है, लेकिन एसपी ने इस आरोपों को खारिज किया है.पुलिस पर घर में घुसकर तोड़फोड़ करने का आरोप
बड़हरा गांव के रहनेवाले लालबाबू सिंह, घनश्याम प्रसाद, बृजकोशोर सिंह, नरेश सिंह, रमेश चौहान, नरेश, लाडू चौहान, विशुनदेव कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, रामसेवक कुशवाहा, शमशुद्दीन मियां, अमरदीन मियां, ओली मियां, नगीना भगत, रामदेव सिंह ने पुलिस पर छापेमारी के दौरान घर में घुसकर ताेड़फोड़ करने का आरोप लगाया है. पीड़ितों ने पुलिस पर परिजनों और महिलाओं के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया है.जमीन विवाद से जुड़ा है दोनों पक्षों का विवाद
बड़हरा गांव में सत्यनारायण सिंह और हृदया साह के बीच पहले से जमीन विवाद चल रहा था. बुधवार को हृदया साह का पुत्र राजेश कुशवाहा बाजार करने निकला. रास्ते में सत्यनारायण सिंह के परिजनों ने उसे पकड़ लिया और मकान में बंद कर बंधक बना लिया. आसपास के लोगों ने इसकी सूचना परिजनों को दी और डायल-112 को सूचना देकर पुलिस को बुला लिया. डायल-112 पहुंची, तो काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गये और उग्र होकर मकान में बंधक बने युवक को मुक्त कराने और बंधक बनानेवाले लोगों को मकान से बाहर निकालने की मांग करने लगे. स्थिति तनावपूर्ण देख डायल-112 ने थाने को सूचना दी और थानाध्यक्ष आशीष कुमार समेत पुलिस बल को बुला लिया. गोपालपुर पुलिस के पहुंचते ही लोग उग्र हो गये और पुलिस पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाते हुए बंधक बने मकान पर हमला करने कोशिश की. पुलिस को बचाव और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. लाठीचार्ज के दौरान लोगों ने भी पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. हालांकि दोनों पक्ष में किसी की ओर से समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी जा सकी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है