gopalganj news : विदेश में रहने वाले और बुजुर्गों ने की मनरेगा में मजदूरी

gopalganj news : भोरे में मनरेगा की मजदूरी में काफी झोल है. यहां वैसे लोग सरकारी योजना में मजदूरी करते हैं, जो विदेश में नौकरी कर रहे हैं. इसके अलावा वैसे मजदूरों को रोजगार दिया गया, जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा है. पूरा मामला भोरे प्रखंड की बगहवां मिश्र पंचायत का है. इससे पहले भी इस पंचायत में इस तरह का मामला सामने आ चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2024 9:07 PM

भोरे (गोपालगंज). भोरे में मनरेगा की मजदूरी में काफी झोल है. यहां वैसे लोग सरकारी योजना में मजदूरी करते हैं, जो विदेश में नौकरी कर रहे हैं. इसके अलावा वैसे मजदूरों को रोजगार दिया गया, जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा है. पूरा मामला भोरे प्रखंड की बगहवां मिश्र पंचायत का है. इससे पहले भी इस पंचायत में इस तरह का मामला सामने आ चुका है. सवाल यह है कि कहीं कागज में ही तो योजनाओं का संचालन नहीं हो रहा. वैसे पूरा मामला सामने आने के बाद विभाग जांच की बात कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई जांच शुरू नहीं हो पायी है. इससे पहले भी भोरे में मनरेगा में गड़बड़ी सामने आयी थी. विदेश में नौकरी करने वाले भारत में कर रहे मनरेगा की मजदूरी : भोरे प्रखंड की बगहवां मिश्र पंचायत में वर्क कोड 05110030/आइसी/जीआइएस/253035 से भोपतपुरा उपवितरणी 15 आरडी से मिश्रौली जलवाहा 8 आरडी तक सफाई कार्य कराया गया था, जिसमें मास्टर रोल तैयार कर मजदूरी का भुगतान किया गया. जो मास्टर रोल विभाग की तरफ से इंटरनेट पर जारी किया गया है, उसमें एमआर 1210, क्रमांक 3 पर मुबारक अंसारी का नाम है. उनका जॉब कार्ड संख्या 1593 बगहवा मिश्र है. इन्होंने इस कार्य में 29/05/2024 से 13/06/2024 तक कार्य किया. प्रतिदिन उनकी हाजिरी बनती रही. इस कार्य के एवज में 26 जून 2024 को मजदूरी के रूप में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में 3675 रुपये क्रेडिट भी कर दिये गये. जबकि 5 मई 2024 को ही मुबारक अंसारी दुबई चला गया था. जहां एक जुलाई 2024 को दुबई सरकार ने उसका आवासीय कार्ड भी जारी किया. बता दें कि आवासीय कार्ड 55 से 60 दिन के अंदर जारी किया जाता है. 70 वर्ष की उम्र में भी कराया जा रहा मजदूरी का काम : इसी योजना में पंचायत रोजगार सेवक सिकंदर शर्मा द्वारा मजदूरों की जो सूची दी गयी, उसमें बताया गया कि बगहवां मिश्र के दूधनाथ भगत और नेमी राम दोनों ने मजदूरी की है. जबकि दोनों मजदूरों की उम्र 75 साल है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर किस मजबूरी के तहत 75 साल के लोगों से मनरेगा की मजदूरी करा ली गयी. इसको लेकर पंचायत के समाजसेवी आनंद कुमार पांडेय ने कार्रवाई की मांग की है. वहीं इस संबंध में मनरेगा के पीओ राजीव रंजन ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है. ऐसा हुआ है, तो इसकी जांच करा कर उचित कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version