Gopalganj News : चंदा सिंह के खिलाफ पारित अविश्वास प्रस्ताव पर हाइकोर्ट ने लगायी रोक
Gopalganj News : विजयीपुर की प्रमुख चंदा सिंह के खिलाफ पारित हुए अविश्वास प्रस्ताव पर हाइकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. हाइकोर्ट के स्टे लगाने के बाद से चंदा सिंह प्रमुख पद पर बनी रहेंगी.
भोरे. विजयीपुर की प्रमुख चंदा सिंह के खिलाफ पारित हुए अविश्वास प्रस्ताव पर हाइकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. हाइकोर्ट के स्टे लगाने के बाद से चंदा सिंह प्रमुख पद पर बनी रहेंगी. हाइकोर्ट के इस आदेश के बाद विजय सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गयी है. खुद विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनप्रतिनिधि और जनता को धन्यवाद दिया.
13 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव हुआ था पारित
बाहुबली विजय सिंह की पत्नी चंदा सिंह विजयीपुर की प्रमुख थीं. उनके खिलाफ वर्ष 2024 के अगस्त महीने में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. चंदा सिंह के पक्ष में होने के कारण यह खारिज हो गया था. इसके बाद गोपालगंज में पंचायत समिति सदस्यों की परेड करायी गयी थी, जिसमें चंदा सिंह विजयी रही थीं. इधर, हाइकोर्ट के आदेश का हवाला देकर 11 जनवरी को नोटिफिकेशन दिया गया और 13 जनवरी को बैठक बुला ली गयी. इसमें अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया और चंदा सिंह को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा.
13 लोगों को बनाया गया पार्टी
इस पूरे मामले को लेकर चंदा सिंह ने हाइकोर्ट की शरण ली. इसमें उनके अलावा 11 बीडीसी सदस्य पिटीशनर बने. जबकि पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव, गोपालगंज के डीएम, पंचायती राज पदाधिकारी विजयीपुर, बीडीओ सहित अन्य बीडीसी सदस्यों को मिलाकर 13 लोगों को पार्टी बनाया गया. 27 जनवरी को इस मामले की सुनवाई की गयी. चंदा सिंह की अधिवक्ता सुष्मिता शर्मा ने बताया कि जस्टिस राकेश कुमार वर्मा के कोर्ट ने इस पर सुनवाई की और पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव, गोपालगंज के डीएम, पंचायती राज पदाधिकारी, बीडीओ को नोटिस जारी करते हुए 13 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. प्रशासन द्वारा आनन-फानन में जिस तरह एक जनप्रतिनिधि को अपदस्थ करने की कोशिश की गयी, उस पर हाइकोर्ट ने गंभीर टिप्पणी की है.
चंदा सिंह के प्रमुख बने रहने को बताया न्याय की जीत
13 जनवरी को विजयीपुर के अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई पर रोक लगने के बाद चंदा सिंह के प्रमुख बने रहने का रास्ता भी साफ हो गया है. हाइकोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई तीन मार्च को होगी. इधर, विजय सिंह ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे न्याय की जीत बताते हुए कहा कि सरकारी तंत्र चंदा सिंह को प्रमुख पद से हटाने में लगा था. लेकिन न्यायालय ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया.
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