गोपालगंज. तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. मंगलवार की सुबह कोहरा सात बजे तक रहा. उसके बाद कोहरे को पछुआ हवा ने साफ कर दिया. दिन में धूप प्रदूषण व धुंध के कारण प्रभावकारी नहीं रही. लेकिन गर्मी का एहसास हुआ. एक्यूआइ भी 328 पर बना रहा. पछुआ हवा कमजोर पड़ने से दिन का तापमान में 1.4 डिग्री पारा बढ़ गया. ऊपर से प्रदूषण से दिन में लोगों को गर्मी महसूस हुई. शाम को भी मौसम का मिजाज चढ़ा रहा. छह बजे के बाद ठंड बढ़ने लगी. रात का पारा सोमवार की तुलना में 1.6 डिग्री गिर गया. शहर में जहां- तहां जल रहा कचरा व खेतों में पराली के जलाने के कारण स्थिति भयावह बनी हुई है. अभी एक-दो दिन ऐसे ही मौसम बना रहेगा. इस बार नवंबर के दूसरे सप्ताह में भी दिन में गर्मी पड़ रही है. हालांकि शनिवार को एक बार में चार डिग्री सेल्सियस तापमान गिरने के बाद रविवार को दिन में भी इसका असर दिखा और ऐसा लगा कि सर्दी बहुत तेजी से बढ़ रही है. सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा पारा मौसम विज्ञानी डॉ एनएन पांडेय ने बताया कि मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं रात का तापमान अब भी 16.5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है. आर्द्रता 53% रही. वहीं 8.5 किमी की रफ्तार से हवा चलती रही. वहीं डॉ आरपी सिंह ने बताया कि तापमान में उतार-चढ़ाव ही नहीं, प्रदूषण का भी असर है. कोहरा गिरने पर धूल के कण व धुएं का प्रदूषण संघनित होकर नीचे आ जाते हैं, जिससे एलर्जी के मामले बढ़ जाते हैं. डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे मौसम में खुद को स्वस्थ बनाये रखने के लिए बुजुर्ग लोग सुबह टहलने से बचें. बच्चों को निमोनिया के संक्रमण से बचाने के लिए लक्षण दिखते ही अस्पताल ले जाएं. उधर, सदर अस्पताल में तैनात डॉ. सौरव अग्रवाल ने बताया कि तापमान में उतार चढ़ाव छोटे बच्चों व बुजुर्गों के लिए सबसे खतरनाक है. ऐसे मौसम में ही निमोनिया का संक्रमण सबसे तेज होता है. इसलिए सर्दी, जुकाम, खांसी के मामले को नजर अंदाज न करें. कफ की वजह से बच्चों या बड़ों के गले घरघराहट की आवाज आ रही है तो उसे तत्काल नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं.
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