गोपालगंज. गोपालगंज शहर के चर्चित इंजीनियर प्रखर दूबे की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने फरार आरोपितों के घरों की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की है. पुलिस ने मीरगंज थाना क्षेत्र के हरखौली गांव में परमेंद्र यादव और कुचायकोट थाने के बलथरी गांव में निरंजन शाही के मकान की कुर्की-जब्ती की है. बुधवार को कुर्की-जब्ती के दौरान पुलिस की बड़ी संख्या में फोर्स मौजूद रही. पुलिस ने मकान की खिड़की, दरवाजा, चौखट से लेकर एक-एक सामान को जब्त किया.
रोहित सिंह ने किया सरेंडर
वहीं, कुर्की के दौरान ही एक नामजद आरोपित विशंभरपुर थाने के हितपट्टी गांव के रहनेवाले अमरेंद्र सिंह के पुत्र रोहित सिंह ने आत्मसमर्पण कर दिया. हाइकोर्ट के अधिवक्ता कुमार हर्षवर्धन व सिविल कोर्ट के वरीय अधिवक्ता राजेश कुमार पाठक की मौजूदगी में न्यायालय में आत्मसमर्पण किया. वहीं, हत्याकांड का चौथा अभियुक्त अंकित यादव अभी फरार है. पुलिस ने कुर्की-जब्ती का आदेश न्यायालय से प्राप्त करने के बाद सभी आरोपितों को सरेंडर करने का मौका दिया था, लेकिन एकमात्र अभियुक्त ने ही सरेंडर किया, इसलिए फरार आरोपितों के घरों की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गयी.
प्रखर के पिता ने इनको बनाया था अभियुक्त
इंजीनियर प्रखर दूबे की हत्या में पुलिस ने उनके पिता नित्यानंद दूबे के बयान पर चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था. इनमें मीरगंज थाने के हरखौली गांव के रहनेवाले रामेश्वर यादव के पुत्र परमेंद्र यादव, नगर थाने के कोन्हवा गांव के रहनेवाले दिनेश यादव के पुत्र अंकित यादव, विशंभरपुर थाने के हितपट्टी गांव के रहनेवाले अमरेंद्र सिंह के पुत्र रोहित सिंह और साजिशकर्ता कुचायकोट थाने के बलथरी गांव के अशोक शाही के पुत्र निरंजन शाही शामिल हैं. अंकित यादव इस केस में अब भी फरार है.
प्रखर दूबे की हत्या का पूरा मामला
नगर थाने के सरेया मोहल्ले के भितभेरवा रोड में बीते 14 नवंबर को नित्यानंद दूबे के पुत्र इंजीनियर प्रखर दूबे की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. बाइक सवार अपराधियों ने शाम के करीब 5:15 बजे घटना को अंजाम दिया था. अपराधियों ने प्रखर को तीन गोली मारी थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी थी.
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