Gopalganj News : किशोर को अगवा कर मांगी 50 लाख की फिरौती, सीवान से हुआ बरामद

Gopalganj News : दुर्गापूजा का मेला घूमने के लिए निकले डीपीएस के छात्र को अपराधियों ने अगवा कर लिया. अपहरण के बाद सीवान ले जाकर छात्र के परिजनों से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 13, 2024 9:22 PM

गोपालगंज. दुर्गापूजा का मेला घूमने के लिए निकले डीपीएस के छात्र को अपराधियों ने अगवा कर लिया. अपहरण के बाद सीवान ले जाकर छात्र के परिजनों से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी. घटना नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड की है. अगवा छात्र भोजपुरी के लोक कलाकार ब्यास अरविंद सिंह का पुत्र है. घटना को लेकर अगवा छात्र की मां कुसुम देवी ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. नगर थाने के स्टेशन रोड निवासी कुसुम देवी ने पुलिस को बताया कि उनका 16 वर्षीय पुत्र और डीपीएस का छात्र आदित्य कुमार 11 अक्टूबर को दिन के 1:30 बजे स्कूल के साथी घर पर आया और उसके अपने साथ मेला घूमने की बात कहकर लेकर चले गये. उसके साथ तीन अन्य अन्य साथी थे. घटना के दिन ही शाम के 6:26 बजे कॉल आया कि उनके लड़के आदित्य कुमार सिंह का अपहरण हो गया है. कॉल करनेवाले अपराधियों ने कहा कि 50 लाख रुपये फिरौती चाहिए. एक घंटे के अंदर अपराधियों ने पैसा लेकर सीवान बुलाया और पुलिस को खबर देने पर हत्या कर देने की धमकी दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और फोन कॉल के लोकेशन के आधार पर सीवान से छात्र को सकुशल बरामद कर लिया. छात्र के बरामद होने के बाद उसने पुलिस को बताया कि तीनों दोस्त और अन्य तीन-चार साथियों ने मिलकर हथियार के बल पर अगवा किया था. रविवार को छात्र सकुशल परिजनों के पास पहुंच गया. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गयी है. इघर, नगर थाने की पुलिस मामले में कुछ भी बताने से बच रही थी. सदर एसडीपीओ के सरकारी नंबर पर संपर्क किया गया, तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला. पुलिस ने बदली अपहरण की एफआइआर की रिपोर्ट छात्र के अपहरण का मामला भले ही पुलिस सुलझा लेने का दावा कर रही हो, लेकिन एफआइआर की बार-बार बदलती रिपोर्ट ने पुलिस की जांच और कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिये हैं. घटना के तीसरे दिन भी पुलिस इस मामले में किसी तरह की जानकारी या बयान देने से बचती रही. उधर, जिन लोगों को पुलिस ने उठाया है, उनके परिजनों ने पुलिस की बार-बार बदलती एफआइआर वाली रिपोर्ट पर सवाल उठाया है. एक बार एफआइआर दर्ज होने के बाद कैसे रिपोर्ट बदल दी गयी. दरअसल पुलिस ने अपहरण के मामले को लेकर नगर थाने में कांड संख्या 722/24 दर्ज किया है. एफआइआर की पहली रिपोर्ट में छात्र की मां के लिखित शिकायत में अगवा आदित्य कुमार सिंह के एक दोस्त का नाम दिया गया है. वहीं, छात्र की बरामदगी के बाद एफआइआर की रिपोर्ट बदल दी गयी और उसी नंबर से दर्ज कांड संख्या की एफआइआर में दो अन्य छात्रों के नाम और अज्ञात अपराधियों का जिक्र किया गया है. वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. छात्र को अगवा किये जाने की पुलिस को शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीवान से सकुशल बरामद कर लिया है. घटना के पीछे की वजह और कारणों की गहनता से जांच की जा रही है.

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