Gopalganj News : कवने खोतवा में लुकइलु आहि रे बालम चिरई…, सांस्कृतिक कार्यक्रम में मदन राय की गायकी से महोत्सव का हुआ समापन
Gopalganj News : करवतही बाजार में आयोजित सदानीरा महोत्सव के अंतिम सत्र में भाेजपुरी के नामचीन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को राष्ट्रीय पहचान देने की कोशिश की. बनारस से आये मशहूर लोकगायक मदन राय ने अपनी गायकी से घंटों तक दर्शकों को झुमाये रखा.
कुचायकोट. करवतही बाजार में आयोजित सदानीरा महोत्सव के अंतिम सत्र में भाेजपुरी के नामचीन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को राष्ट्रीय पहचान देने की कोशिश की. बनारस से आये मशहूर लोकगायक मदन राय ने अपनी गायकी से घंटों तक दर्शकों को झुमाये रखा. फेंक दिहले थरिया, भंवरवा के तोहरा संग जाई…, कवने खोतवा में लुकइलु आहि रे बालम चिरई,बन-बन ढुंढली दर-दर ढूंढली ढूंढली नदी के तीरे, सांझ के ढूंढली रात के ढूंढली ढुंढली होत फजीरे… की प्रस्तुति से लोग झूम उठे. उसके बाद मोरवा के साथ जब ना छोड़ेले मोरिनिया, जैसे दर्जनों गीतों से संगीत सत्र को ऊंचाई प्रदान की. आकाशवाणी पटना के प्रसिद्ध लोक गायक पं विजय बहादुर चौबे ने समय का पहिया चलता है गाकर आनंद की वर्षा की. रात को 12 बजे उदय नारायण सिंह ने कबीर का निर्गुण सुना कर मंच को आध्यात्मिक गरिमा प्रदान की. उन्होंने लगभग 15 मिनट तक विशुद्ध शास्त्रीय संगीत के अंदाज में कवन ठगवा नगरिया लूटल रे गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. बीच में छपरा से आयी गायिका मिताली श्री और चंदन सिंह मंटू ने भी अपनी प्रस्तुति दी. इस बार सदानीरा महोत्सव में नृत्य का भी सत्र आयोजित हुआ. बेतिया में नृत्य संस्थान चला रहे युवा कथक कुमार अंबुज ने अपनी क्लासिकल प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया. वहीं वादन के सत्र में प्रशांत सौरभ में बांसुरी वादन की प्रस्तुति दी. मिट्टी के कुछ दीपक ले लो दीवाली है बाबूजी… लखीमपुर से आये हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार ज्ञान प्रकाश आकुल ने ””””पालने में लखन और राम जी लिटाये गये, लेटते ही करुणा सदन चुप हो गये.”””” पढ़ कर सबको तालियां बटोरी. उनकी कविता ””””मेहनत तो करता हूं. लेकिन घर खाली है बाबूजी, मिट्टी के कुछ दीपक ले लो दीवाली है बाबूजी ”””” ने दर्शकों को भावुक कर दिया. आरंभ काशी से आयीं प्रसिद्ध कवयित्री प्रियंका राय ओमनंदिनी ने सरस्वती वंदना पढ़ कर किया. उसके बाद ओज के युवा कवि प्रशांत बजरंगी ने अपने मुक्तकों से माहौल बना दिया. दिल्ली से आये कवि संजीव मुकेश ने अपनी प्रसिद्ध कविता गांव का लड़का पढ़ कर खूब तालियां बटोरीं. पटना से आये कवि चंदन द्विवेदी ने आधा चंदा तेरे छत पर आधा चंदा मेरे पास पढ़ कर श्रोताओं का दिल जीत लिया. सदानीरा महोत्सव के अध्यक्ष सर्वेश तिवारी श्रीमुख ने अपना गीत ””””हे राम हमारा वचन रहा, हर एक दशानन मारेंगे”””” पढ़ कर दर्शकों को आंदोलित कर दिया. मंच की अध्यक्षता कर रहे इटावा से आये वरिष्ठ कवि डॉ कमलेश शर्मा ने अपनी प्रसिद्ध रचना “राम हुए हैं कितने और प्रमाण दें! ” पढ़ कर कवि सम्मेलन को ऊंचाई प्रदान की. कवि सम्मेलन का संचालन कर अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि डॉ अनिल चौबे ने अपने व्यंग्य से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया. इनके अलावा प्रशांत सौरभ, अवनीश त्रिपाठी, पांडेय धर्मेन्द्र शर्मा आदि कवियों ने भी अपनी कविताएं सुनायीं.
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