Gopalganj News : 50 हजार का इनामी कुख्यात अक्षय यादव हुआ गिरफ्तार, पूर्व मुखिया की हत्या में आया था नाम, दर्ज हैं आठ केस

Gopalganj News : गोपालगंज पुलिस ने पूर्व मुखिया अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी अपराधी कुख्यात अक्षय यादव को गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 10:33 PM

हथुआ. गोपालगंज पुलिस ने पूर्व मुखिया अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी अपराधी कुख्यात अक्षय यादव को गिरफ्तार किया है. एसआइटी ने उचकागांव थाना क्षेत्र के उजरानारायणपुर गांव से गिरफ्तारी की है.

घर की घेराबंदी कर की गिरफ्तारी

पुलिस के रिकॉर्ड में इसपर हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस ने इसके अपराध की प्रवृत्ति को देखते हुए 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कुख्यात की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया था. उसे आज उसके घर से चारों तरफ से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है.

हाल ही में शिक्षक अरविंद यादव की हत्या में पाया गया था संलिप्त

एसडीपीओ हथुआ आनंद मोहन गुप्ता ने इसकी गिरफ्तारी के बाद प्रेस काॅन्फ्रेंस की. एसडीपीओ ने बताया कि कुख्यात अक्षय यादव पर हाल ही में 10 जनवरी को उचकागांव थाना क्षेत्र के झीरवा गांव में हुए पूर्व मुखिया व मिडिल स्कूल के शिक्षक अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में संलिप्त पाया गया. इसके पूर्व उचकागांव और कुचायकोट थाना क्षेत्र में दो हत्या समेत आर्म्स एक्ट के आठ मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. वहीं, इसके गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों और कुख्यात को पनाह देनेवाले को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है.

छह साल से अपराध की दुनिया में है सक्रिय

एसडीपीओ ने बताया कि अक्षय यादव छह साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा है. पहली बार 26 मई 2019 को उचकागांव थाने में मारपीट करने का केस दर्ज हुआ था. उसके बाद जेल गया और फिर जमानत पर बाहर निकलने के बाद मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात मनीष यादव के गैंग में शामिल हो गया और लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा. एसआइटी को कई बार चकमा देकर फरार हो चुका है. इस बार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अक्षय यादव अपने घर में पहुंचा है और फिर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए प्लानिंग बना रहा है. पुलिस को सूचना मिलते ही एसआइटी अलर्ट हो गयी और उसके घर को चारों तरफ से घेर लिया. कुख्यात अक्षय यादव भागने के लिए बाहर निकलता, इससे पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया. हालांकि हथियार नहीं मिल सका है. एसडीपीओ का कहना है कि हथियार की बरामदगी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं, गिरफ्तार अपराधी के दूसरे जिलों में भी आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है.

पूर्व मुखिया की हत्या में सुर्खियों में आया

उजरानायणपुर गांव के रहनेवाले विनोद यादव के पुत्र अक्षय यादव बीते 10 जनवरी को झीरवा में हुई पूर्व मुखिया अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या के मामले में सुर्खियों में आया. अक्षय यादव का नाम केस में सामने आया, उसके बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए एक्टिव हो गयी. पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित की ओर से हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार मॉनीटरिंग की जाने लगी. पुलिस को जैसे ही पता चला कि अक्षय यादव घर पर आने-जाने लगा है, एसआइटी ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. कुख्यात अक्षय की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई आपराधिक कांडों का खुलासा होने की संभावना बढ़ गयी है.

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