Gopalganj News : तुरकहां के एनएच-531 से दानापुर के एनएच-27 तक बनेगा आउटर रिंग रोड, मिलेगी राहत
Gopalganj News : मीरगंज, थावे से आकर गोपालगंज से पूरब की ओर जाना हो, तो इसके लिए अब गोपालगंज शहर में नहीं आना पड़ेगा. शहर के जाम में फंसने का टेंशन नहीं रहेगा. शहर में प्रवेश किये बिना ही दानापुर निकल जायेंगे. क्योंकि तुरकहां के एनएच- 531 से दानापुर के एनएच- 27 तक बाइपास रोड का निर्माण होने जा रहा है.
![an image](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/02/file_2025-02-06T00-33-11-1024x686.jpeg)
गोपालगंज. मीरगंज, थावे से आकर गोपालगंज से पूरब की ओर जाना हो, तो इसके लिए अब गोपालगंज शहर में नहीं आना पड़ेगा. शहर के जाम में फंसने का टेंशन नहीं रहेगा. शहर में प्रवेश किये बिना ही दानापुर निकल जायेंगे. क्योंकि तुरकहां के एनएच- 531 से दानापुर के एनएच- 27 तक बाइपास रोड का निर्माण होने जा रहा है. यह आउटर रिंग रोड दानापुर से निकलकर मांझागढ़, देवापुर, कबिलासपुर होते हुए तुरकाहां तक निकलेगा. इस रोड के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है.
वाहनों को गोपालगंज शहर के जाम का नहीं करना पड़ेगा सामना
इस रोड का निर्माण हो जाने से एनएच-27 का एनएच-531 से सीधा संपर्क स्थापित हो जायेगा. पटना, मुजफ्फरपुर एवं मोतिहारी से एनएच-27 के रास्ते सीवान, मीरगंज, देवरिया आने-जाने वाले वाहनों को गोपालगंज शहर के जाम का सामना किये बिना ही कम दूरी एवं कम समय में सुगमतापूर्वक आवागमन संभव हो सकेगा. साथ ही बेतिया-मोतिहारी-सीवान आदि जिलों एवं गोपालगंज शहर के गन्ना उपजाऊ क्षेत्रों से गन्ना ढुलाई के लिए गन्ना किसानों द्वारा उपयोग में लाए जाने के लिए यह मुख्य पथ साबित होगा. इससे गोपालगंज शहर को गन्ना ढुलाई के समय निरंतर लगने वाली जाम की समस्या से जिलावासियों को निजात मिलेगी.
131.32 करोड़ से बनेगा मीरगंज बाइपास राेड
3.18 किलोमीटर लंबी मीरगंज-बाइपास रोड के लिए भी प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. इसके निर्माण के लिए कैबिनेट बैठक में 131.32 करोड़ की स्वीकृति मिली है. यह रोड एनएच-531 के सलेमपुरपट्टी ग्राम (भारत पेट्रोल पंप के समीप) से शुरू होकर पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल गोपालगंज अधीन मीरगंज-भागीपट्टी-समउर पथ के दूसरे किलोमीटर पर समाप्त होती है. इस रोड का निर्माण हो जाने से मीरगंज शहर में निरंतर लगाने वाले जाम की समस्या तथा मीरगंज शहर में अवस्थित रेलवे लेवल क्राॅसिंग की रुकावट से भी निजात मिलेगी. इस बाइपास का उपयोग हथुआ अनुमंडल के सभी सात प्रखंडों के आमजन द्वारा जिला मुख्यालय एवं थावे मंदिर आने-जाने के लिए किया जायेगा. इससे गोपालगंज में टूरिज्म विकसित होगा. बाइपास के निर्माण हो जाने से अनुमंडल के सात प्रखंडों के लगभग 10 लाख से ज्यादा लोगों को जिला मुख्यालय आने-जाने में सुविधा होगा. वहीं भविष्य में सवेया एयरपोर्ट का निर्माण होने पर इस सड़क के निकटवर्ती जिला जैसे सीवान, सारण, पश्चिमी चंपारण, देवरिया के लोगों को भी सवेयां एयरपोर्ट आने-जाने में सुविधा होगी. साथ ही साथ देवरिया (उत्तर प्रदेश) से थावे मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सुगम यातायात प्राप्त होगा.
बैरिया में कॉम्फेड प्लांट तक बाइपास रोड बनने से विजयीपुर से देवरिया जाना होगा आसान
विजयीपुर. महत्वाकांक्षी एवं जन कल्याणकारी योजना कटेया औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए चिह्नित स्थल बैरिया तक विजयीपुर–देवरिया संपर्क पथ, जिसकी कुल लंबाई 5.750 किमी है. इसके लिए 90.35 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गयी है. यह रोड, पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल गोपालगंज अधीन भोरे-पगरा पथ के विजयीपुर से प्रारंभ होकर ग्रीनफील्ड होते हुए बैरिया अवस्थित कॉम्फेड प्लांट पर समाप्त होता है. इस रोड के बनने से हथुआ अनुमंडल के लगभग एक लाख 52 हजार पंजीकृत किसानों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा. गोपालगंज जिले के निकटवर्ती जिले यथा सारण, सीवान, पश्चिम चंपारण आदि से भी किसानों को अपना दुग्ध उत्पादन प्रॉसेसिंग प्लांट तक पहुंचाने में सुगमता होगी. साथ ही सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिला देवरिया, कुशीनगर आदि के किसान से दुग्ध उत्पादन को प्राप्त करने एवं प्रोसेसिंग प्लांट से उत्पादन को संपूर्ण जिले में एवं सीमावर्ती राज्य के जिले में भेजने में सुविधा होगी. इससे आर्थिक एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. बैरिया में वर्तमान में ग्रिड सब स्टेशन पावर प्लांट तथा स्टेडियम का निर्माण कार्य भी चल रहा है.30.75 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा चार किमी पथ
थावे. थावे मंदिर के संपर्क मुख्य पथ, आंतरिक पथ के निर्माण कार्य को भी कैबिनेट की बैठक में प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. इसकी कुल लंबाई 4 किमी है. इसके लिए 30.75 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गयी है. उक्त पथ का निर्माण कार्य हो जाने से थावे मंदिर के प्रेसिंटर रोड एवं आंतरिक मार्ग पूर्णतः समुचित योजनावार तरीके से निर्मित होगा. इससे श्रद्धालुओं को आवागमन में सुलभता होगी. साथ ही समुचित ड्रेनेज, सीवरेज सिस्टम तथा कार पार्किंग की सुविधा के साथ थावे मंदिर को विकसित किया जायेगा. इससे प्रत्यक्ष रूप से गोपालगंज टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. डीएम ने बताया कि जिले में विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति जिले के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगी.बाढ़ से निजात पाने के लिए छरकियों का होगा चौड़ीकरण
सारण तटबंध के किमी 80.00 से किमी 152.00 के बीच तथा संलग्न छरकियों पर ऊंचीकरण, सुदृढ़ीकरण, सुरक्षात्मक कार्य तथा शीर्ष कालीकरण कार्य के लिए प्राक्कलित राशि 351.51 करोड़ की प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति भी पूर्व में मंत्री परिषद की बैठक में दी जा चुकी है. इस योजना के तहत विशुनपुर, पत्तहरा छरकी, हीरापाकड़ छरकी, मंगुराहां छरकी, गौसिया छरकी, भैसही पुरैना छरकी, सलेमपुर छरकी, हसनपुर छरकी, सल्लेहपुर-टंडसपुर छरकी, दिपऊ छरकी, महारानी छरकी, बन्धौली-शीतलपुर-फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध, मटियारी रिंग बांध, बैकुंठपुर रिटायर्ड लाइन तथा सारण तटबंध ऊंचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं शीर्ष पर 3.75 मीटर की चौड़ाई में कालीकरण का कार्य कराया जायेगा. इस काम से कुचायकोट, गोपालगंज, मांझा, बरौली,. सिधवलिया एवं बैकुंठपुर के साथ-साथ पड़ोसी जिला सारण को आवर्ती बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है