गोपालगंज. सर्द हवाओं ने शहर को बेहद ठंडा कर दिया है. पांच दिनों से धूप के दर्शन नहीं हो सके हैं. सोमवार व मंगलवार दो दिन सबसे ठंडी रात का रिकाॅर्ड दो बार टूट चुके हैं. ठंड से अंगुलियां भी सुन्न हो गयीं. वहीं दिन में कोहरा लिये छांव के बीच सर्द हवाओं ने शहरवासियों के हाड़ कंपा दिये.
आसमान में बादलों का बना रहा कब्जा
बीते रविवार से सुबह के समय पड़ने वाले कोहरे का असर गुरुवार को भी रहा. सवेरे के वक्त आसमान में बादलों का कब्जा बना रहा. पहाड़ों से आ रहीं बर्फीली हवाएं सबके लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. उधर, शहर को छोड़ दें, तो बाजारों में अभी तक सड़कों पर प्रशासन की तरफ से जलने वाले अलाव नजर नहीं आ रहे हैं. चौराहों और सड़कों के किनारे अलाव नहीं जलने के कारण आम आदमी कूड़े को जलाकर ठंड के सितम को मिटाने के लिए मजबूर हैं. सड़कों पर जिंदगी को कांपते हुए देखा गया. शहर में चीनी मिल की तरफ से गिराये गये बगास के भरोसे नगर परिषद का अलाव जल रहा है.
रात में कोहरे ने लोगों को किया परेशान
गुरुवार को न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा. अधिकतम तापमान 18.0 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया. यह भी सामान्य से करीब 3.4 डिग्री कम रहा. आर्द्रता 87 प्रतिशत रही. वहीं उत्तर पश्चिमी हवाएं 8.8 किमी की रफ्तार से चलती रही. कोहरे का दृश्यता 300 मीटर दर्ज की गयी. रात में कोहरा बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ी.रविवार तक ठंड से नहीं मिलेगी राहत
मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाएं अभी और परेशान करेंगी. ये हवाएं गलन बढ़ाने के साथ गोपालगंज समेत उत्तर बिहार में तापमान गिरायेंगी. शीतलहर तेज होने के साथ पारा अभी और गिरेगा. रविवार की रात सीजन की सबसे ठंडी रात हो सकती है.ऐसे करें ठंड से बचाव
– गर्म कपड़े पहने, सिर में गर्म टोपी व पैरों में मोजे पहने- शरीर को अचानक होने वाले तापमान में परिवर्तन से बचाएं– शरीर को गर्मी देने वाले पौष्टिक खाद्य पदार्थ व गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए- जहां तक हो सके, गुनगुने पानी से नहाना चाहिए, अधिक ठंडे पानी से नहाने से बचें
– दमा व एलर्जी के मरीज मास्क लगाकर निकलें- नाक व कान के रास्ते कोहरा व ठंडी हवा अंदर न जाएं– गुनगुना पानी पीएं, शरीर को गर्म रखें- कपड़ा या बर्तन धोते समय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें
– कमरे में हीटर जलाकर न सोएं- गठिया के रोगी जोड़ों को रखें गर्म, नियमित व्यायाम करें– घुटने में दर्द की स्थिति में नी कैप या गर्म पट्टी का प्रयोग किया जा सकता है
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