गोपालगंज. चर्चित प्रखर दूबे हत्याकांड में पुलिस ने फरार अपराधियों पर कुर्की जब्ती के लिए कार्रवाई तेज कर दी है. सोमवार को पुलिस ने न्यायालय द्वारा जारी कुर्की का इश्तेहार तामिला कराया. ढोल-नगाड़ों के साथ फरार अपराधियों के दरवाजे पर पहुंची पुलिस ने सर्च किया, उसके बाद मकान के बाहर कुर्की जब्ती के लिए इश्तेहार को चिपका दिया. नगर थाने की पुलिस ने हत्याकांड में शामिल अपराधियों को सरेंडर करने के लिए आखिरी मौका दिया है. सरेंडर नहीं करने पर सभी आरोपितों की संपत्ति को पुलिस कुर्क कर लेगी. कुर्की से बचने के लिए एकमात्र विकल्प सरेंडर करना ही बचा हुआ है. पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी और कानूनी कार्रवाई से फरार अपराधियों और उनके परिजनों में भी हड़कंप मचा हुआ है. नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान ने बताया कि हत्याकांड में चार नामजद अभियुक्त बनाये गये हैं. पुलिस की ओर से इनके ठिकानों पर छापेमारी जारी रखी गयी है. अब तक किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ऐसे में इन सभी चारों अभियुक्तों के विरुद्ध न्यायालय से इश्तेहार और कुर्की के लिए अनुमति मांगी गयी थी. न्यायालय से कुर्की का इश्तेहार आदेश जारी होते ही पुलिस ने इस कांड में फरार सभी अपराधियों की संपत्ति पर इश्तेहार तामिला किया है. इन अपराधियों पर कुर्की का निकला इश्तेहार प्रखर दूबे की हत्या में पुलिस ने उनके पिता नित्यानंद दूबे के बयान पर चार अपराधियों को नामजद अभियुक्त बनाया था. इनमें मीरगंज थाने के हरखौली गांव के रहनेवाले रामेश्वर यादव के पत्र परमेंद्र यादव, नगर थाने के कोन्हवा गांव के रहनेवाले दिनेश यादव के पुत्र अंकित यादव, विशंभरपुर थाने के हितपट्टी गांव के रहनेवाले अमरेंद्र सिंह के पुत्र रोहित सिंह और साजिशकर्ता कुचायकोट थाने के बलथरी गांव के अशोक सिंह के पुत्र निरंजन शाही शामिल हैं. पुलिस इन सभी अपराधियों की संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी में है. मालूम हो कि नित्यानंद दूबे के पुत्र प्रखर दूबे की गोली मारकर हत्या बीते 14 नवंबर को हुई थी. बाइक सवार अपराधियों ने नगर थाने के भितभेरवा गांव के पास वार्ड एक में शाम के करीब 5:15 बजे घटना को अंजाम दिया था. अपराधियों ने प्रखर को तीन गोली मारी थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी थी.
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