मांझा. स्थानीय थाना क्षेत्र के दुलदुलिया पिपरा गांव में एक माह पूर्व अपराधियों ने घर के बाहर सो रहे किसान को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. गंभीर रूप से घायल किसान की करीब एक माह बाद पीजीआइ लखनऊ में इलाज के क्रम में मौत हो गयी. इधर बुधवार को जैसे ही किसान का शव घर लाया गया, तो इलाके में मातम पसर गया. वहीं, परिजन शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे. वे सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. वहीं लाइसेंसी हथियार पास कराने की मांग पर अड़े थे. विदित हो कि मांझा थाना क्षेत्र के दुलदुलिया पिपरा गांव के किसान छठू यादव गत 2 अक्तूबर की रात अपने घर के बाहर सोये हुए थे. इसी बीच बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने देर रात उनके दरवाजे पर पहुंच कर सोयी अवस्था में उनके सीने में तीन गोलियां तथा पीठ में दो गोलियां मारकर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था और हवाई फायरिंग करते हुए भागने लगे थे. फायरिंग की आवाज सुनकर घर से बाहर निकले किसान के भाई हरि यादव ने अपराधियों का पीछा किया, परंतु अपराधी फायरिंग करते हुए बाइक से फरार हो गये. जख्मी किसान को इलाज के लिए पीजीआइ लखनऊ में भर्ती कराया गया था. जहां पर सोमवार की रात इलाज की दौरान उनकी मौत हो गयी. बुधवार की सुबह किसान का शव घर लाया गया. परिजन शव को सड़क पर रख कर हंगामा करने लगे. वे आरोपितों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े थे. बाद में थानाध्यक्ष संग्राम सिंह के काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजन शांत हुए व शव का दाह-संस्कार किया. एक आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में किसान के फर्द बयान के आधार पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी. वहीं इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. गिरफ्तार आरोपित देवापुर आकिल टोला गांव का शमीम अहमद उर्फ शमीम साह है. थानाध्यक्ष संग्राम सिंह ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. शीघ्र ही अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया जायेगा.
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