Gopalganj News : मां शारदे से मांगा विद्या व बुद्धि का आशीर्वाद, श्रद्धालुओं ने की आराधना
Gopalganj News : जिले में सोमवार को ज्ञान, कला और वाणी की त्रिवेणी देवी सरस्वती की पूजा की धूम मची. शैक्षणिक संस्थानाें व गली-मुहल्लो के पंडालों में छात्र-छात्राओं ने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर विद्या व बुद्धि का आशीर्वाद मांगा.
गोपालगंज. जिले में सोमवार को ज्ञान, कला और वाणी की त्रिवेणी देवी सरस्वती की पूजा की धूम मची. शैक्षणिक संस्थानाें व गली-मुहल्लो के पंडालों में छात्र-छात्राओं ने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर विद्या व बुद्धि का आशीर्वाद मांगा. शहर के सरेया, मालवीय नगर, अधिवक्ता नगर, स्टेशन रोड, हजियापुर समेत अन्य मुहल्लों में पूजा को लेकर बच्चों का उत्साह व श्रद्धा-भक्ति देखते ही बना.
पारंपरिक ढंग से हुई पूजा
पंडालों में पहुंचे पंडितों ने शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना करायी. बच्चे यजमान बने. पारंपरिक ढंग से पूजा की. कई जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. बच्चों ने अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोहा. वहीं शांतिपूर्ण पूजा के आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा. शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक पुलिस गश्ती लगाती रही.
भक्ति में लीन रहे श्रद्धालु, गूंजते रहे विद्या की देवी के जयकारे
बरौली. विद्या की देवी मां शारदे की पूजा बरौली, सिधवलिया, फुलवरिया, कुचायकोट, थावे समेत अन्य प्रखंडों के गांवों में होती रही और छात्र-छात्राएं सहित अन्य श्रद्धालु पूरी तरह भक्ति में लीन रहे और वैदिक मंत्रोच्चार से शहर व गांव गूंजते रहे. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सभी पूजा पंडालों में पूजन को लेकर लोग पूजा पाठ में व्यस्त दिखे. वहीं सभी पूजा पंडाल अपनी भव्यता का प्रदर्शन करने में किसी अन्य पंडाल से आगे ही रखने की कोशिश कर रहे थे. सभी पंडालों को पूजा आयोजकों ने दुल्हन की तरह सजाया था, जिसमें रंग-बिरंगी बिजली से चलने वाली झालरें अनोखी समां बांध रही है.भक्ति संगीत वातावरण को बना रहे थे भक्तिमय
वहीं सभी पूजा पंडालों में लाउडस्पीकर द्वारा बजने वाले भक्ति संगीत वातावरण को भक्तिमय तो बना ही रहे हैं, इस भक्ति संगीत पर किशोर तथा युवाओं द्वारा थिरकने का दौर भी जारी है. चाहे छात्र हो, शिक्षक हो या ग्रामीण, सभी बसंती रंग में रंग चुके हैं और आस्था के रंग में सराबोर हैं. हालांकि यह माहौल निजी स्कूलाें तथा कोचिंग संस्थानों में बेहतर दिखा क्योंकि यहां पूर्व से ही इसे लेकर तैयारी चल रही थी. वहीं गांवों में भी इन्हीं स्कूलों के बच्चे पूजा करते दिखे, इसलिए दो बजे के बाद स्कूल व कोचिंग संस्थान में कम छात्र दिखे. वहीं अधिकतर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों ने मां शारदे की पूजा अपने स्तर से कर मिठाइयां बांटीं, कुछ स्कूलों में पूजा भी नहीं हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है