Gopalganj News : गोपालगंज एसपी ने शराब और गांजा तस्करों के साथ साठगांठ के आरोप में चार थानेदारों को किया निलंबित

Gopalganj News : गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने शराब माफियाओं और गांजा तस्करों के साथ साठगांठ रखने के आरोप में चार थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. इनमें जादोपुर के थानाध्यक्ष पिंटू कुमार, विशंभरपुर थाने के मनोज कुमार, विजयीपुर के मनीष कुमार और कुचायकोट के थानाध्यक्ष सुनील कुमार शामिल हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 15, 2024 9:12 PM

गोपालगंज. गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने शराब माफियाओं और गांजा तस्करों के साथ साठगांठ रखने के आरोप में चार थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. इनमें जादोपुर के थानाध्यक्ष पिंटू कुमार, विशंभरपुर थाने के मनोज कुमार, विजयीपुर के मनीष कुमार और कुचायकोट के थानाध्यक्ष सुनील कुमार शामिल हैं. निलंबन अवधि में चारों थानाध्यक्ष का मुख्यालय पुलिस केंद्र होगा. साथ ही विभागीय कार्रवाई के लिए एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण समर्पित करने का आदेश दिया गया है. एक साथ चार थानाध्यक्षों पर निलंबन की कार्रवाई होने से जिलेभर के पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया है. बताया जाता है कि जादोपुर थानाध्यक्ष पर 250 किलोग्राम गांजे की बरामदगी करने के बाद 70 किलोग्राम ही जब्ती सूची में दिखाया गया था, जबकि शेष गांजे को तस्कर के हाथों बेच दिया गया था. पुलिस अधीक्षक ने जांच करायी, तो मामला सही पाया गया. वहीं, विशंभरपुर और कुचायकोट के थानाध्यक्ष पर बेतिया के रहनेवाले शराब माफिया मुकेश यादव के साथ साठगांठ रखने और संरक्षण देने का आरोप है. इन थानों में नये थानाध्यक्ष की पोस्टिंग भी जल्द करने की बात कही गयी है. एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि चारों थानाध्यक्षों पर अलग-अलग आरोप है. जांच कराने के बाद मामले में कार्रवाई की गयी है. उन्होंने कहा कि हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. किसी भी पुलिसकर्मी या पदाधिकारी का संदिग्ध आचरण, भ्रष्टाचार या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं की जायेगी. शराबबंदी कानून को हर हाल में सख्ती से लागू कराना पुलिस की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है. लापरवाह पुलिस अफसरों पर विभागीय कार्रवाई के लिए अनुशंसा भी की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version