गोपालगंज. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात का गुरुवार को तबादला हो गया. उन्हें पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. वहीं, मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी और 2019 बैच के आइपीएस अधिकारी अवधेश दीक्षित को गोपालगंज का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. नये पुलिस अधीक्षक के लिए गोपालगंज जिला चुनौतियों से भरा रहेगा. गोपालगंज के नये पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित 2019 बैच के आइपीएस ऑफिसर हैं. उनकी पहली पोस्टिंग बेगूसराय में सहायक पुलिस अधीक्षक के पद पर हुई थी. उसके बाद उनकी पोस्टिंग पालीगंज के एसडीपीओ के पद पर हुई, फिर मुजफ्फरपुर में एएसपी के पद पर उनकी पोस्टिंग की गयी. अभी वह मुजफ्फरपुर में ही सिटी एसपी के पद पर कार्यरत थे. आइपीएस अवधेश दीक्षित आइआइटी बॉम्बे से ग्रेजुएट हैं. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी पास की और उन्हें बिहार कैडर मिला. आइपीएस अवधेश दीक्षित की पत्नी काम्या मिश्रा भी आइपीएस अधिकारी हैं. काम्या मिश्रा ने साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा में देशभर में 172वां रैंक हासिल किया. तब उनकी उम्र महज 22 साल थी. शुरुआत में उन्हें हिमाचल कैडर अलॉट किया गया था. बाद में उनका ट्रांसफर बिहार कैडर में कर दिया गया.
अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए जाने जायेंगे स्वर्ण प्रभात
गोपालगंज में पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात का कार्यकाल बेहतर रहा. 2017 बैच के आइपीएस स्वर्ण प्रभात की पत्नी प्रतिभा रानी भी आइएएस हैं. पुलिस परिवार उनके तबादले की खबर से मायूस है. वहीं, व्यवसायी, छात्र-छात्राएं, सामाजिक संगठनों के लोग भी मायूस हैं. स्वर्ण प्रभात अपराध पर लगाम लगाने और लंबित कांडों के निष्पादन करने के साथ ही मादक पदार्थों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपने कार्यकाल में कई बड़े अपराधियों पर शिकंजा कसा. ड्रग्स और शराब माफियाओं को दिल्ली, हरियाणा, यूपी से गिरफ्तार कर जेल भेजा. डायल-112, वारंटियों, अपराधियों की गिरफ्तारी, शराब की रिकवरी समेत कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की. इसमें गोपालगंज पुलिस को सम्मान भी मिला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है