भोरे. बच्चों को पढ़ाने के दौरान देश के पीएम नरेंद्र मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाली शिक्षिका पर विभाग एक्शन मोड में है. डीइओ योगेश कुमार ने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया. साथ ही अलग से विभागीय कार्रवाई चलाने और प्रपत्र क गठित करने का आदेश दिया है. निलंबन अवधि के दौरान शिक्षिका का मुख्यालय बरौली बनाया गया है. शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. कार्रवाई बीइओ लखिंद्र दास की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गयी है. जबकि जांच के क्रम में शिक्षकों ने शिक्षिका को बचाने में कोई कोर- कसर नहीं छोड़ी. बता दें कि 5 अक्टूबर को भोरे प्रखंड के अपग्रेड हाई स्कूल, जैतपुर रुद्रपुर की टीचर सुल्ताना परवीन ने नौवीं कक्षा के बच्चों को अंग्रेजी में अनुवाद दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से देश के लोगों को मूर्ख बना रहे हैं. इसकी जानकारी जब छात्रों ने अपने अभिभावकों को दी, तब इसके बाद आठ अक्टूबर को अभिभावकों की शिकायत पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षक से स्पष्टीकरण की मांग की थी. लेकिन उनके द्वारा स्पष्टीकरण नहीं दिया गया था. प्रभात खबर ने प्रमुखता से किया उजागर प्रभात खबर ने अपने 21 अक्टूबर के अंक में यह खबर प्रकाशित की. खबर प्रकाशन होने के चंद घंटे बाद ही डीएम के आदेश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लखींद्र दास, जिला मुख्यालय से आए एक अन्य अधिकारी के साथ विद्यालय में जांच करने पहुंचे. इस दौरान अन्य शिक्षकों ने तो इस घटना से अनभिज्ञता जतायी. लेकिन सुल्ताना परवीन ने लिखित में अपने आरोप को स्वीकार किया और माफी मांगी. प्रभात खबर ने 21 अक्तूबर के अंक में इस खबर को प्रकाशित किया और उसी दिन जांच हुई. जांच के दौरान आरोपी शिक्षिका सुल्ताना परवीन ने आरोप को स्वीकार किया. इसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा उन्हें 21 अक्तूबर को ही सस्पेंड कर दिया गया.
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