Gopalganj News : मुखिया सुखल मुसहर हत्याकांड में जेल से बाहर निकले आरोपित पर चली गोली, बाल-बाल बचा

Gopalganj News : थावे. चर्चित मुखिया सुखल मुसहर हत्याकांड में जेल से जमानत पर बाहर निकले आरोपित पर धतिवना गांव में जानलेवा हमला किया गया. मंगलवार को बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग की, जिसमें सुमित कुमार सिंह उर्फ श्रीराम सिंह बाल-बाल बच गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 15, 2024 9:19 PM

थावे. चर्चित मुखिया सुखल मुसहर हत्याकांड में जेल से जमानत पर बाहर निकले आरोपित पर धतिवना गांव में जानलेवा हमला किया गया. मंगलवार को बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग की, जिसमें सुमित कुमार सिंह उर्फ श्रीराम सिंह बाल-बाल बच गया. घटना के बाद अपराधी फरार हो गये. वहीं, गोली चलने की घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बताया जाता है कि धतिवना गांव के बृजबिहारी सिंह उर्फ पतई सिंह का 26 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार सिंह उर्फ श्रीराम सिंह सड़क के किनारे नवनिर्मित बथान की चहारदीवारी के सामने घास, खर पतवार की साफ-सफाई करा रहे थे. उनके साथ अन्य तीन से चार लोग भी सुबह आठ बजकर 40 मिनट पर कुर्सी लगाकर बैठे हुए थे. उसी दौरान बाइक सवार दो अपराधी मठगौतम की तरफ से आये. वहां पहुंचते ही बाइक पर पीछे बैठे अपराधी ने गोली चला दी. फायरिंग में सुमित कुमार सिंह ने सड़क किनारे गड्ढे में गिरकर जान बचा ली. मौजूद लोगों हाथ में ईंट-पत्थर लेकर मारने दौड़े, तो बाइक सवार अपराधी गोली चलाने के बाद तेजी से बाइक घुमाकर फिर मठगौतम की तरफ फरार हो गये. गोली की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण पहुंचे. इसकी सूचना थावे थाने को दी. देर होने पर पुलिस नहीं पहुंची, तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसपी को फोन पर दी. एसपी अवधेश दीक्षित के निर्देश के बाद घटनास्थल पर थानाध्यक्ष धीरज कुमार अपने पुलिस बल के साथ लगभग सवा घंटे देर पहुंचे. इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त था. देर से पहुंचने से पुलिस को ग्रामीणों आक्रोश झेलना पड़ा. पीड़ित के द्वारा अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए थाने में आवेदन दिया गया. वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है. 2022 में हुई थी मुखिया की गोली मारकर हत्या थावे थाने की धतिवना पंचायत के मुखिया सुखल मुसहर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. धतिवना पंचायत में फरवरी 2022 को हुए इस हत्याकांड में पुलिस ने सुमित कुमार सिंह उर्फ श्रीराम सिंह को जेल भेजा था. इधर, बीते 16 जुलाई को पूर्व मुखिया के भाई अजय सिंह को अपराधियों ने धतिवना में दरवाजे पर पहुंचकर गोली मार दी थी. इस घटना के तीन महीने बाद फिर गोली चली. स्थानीय लोगों का कहना है कि धतिवना पंचायत में वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच मुखिया के चुनाव से ही लड़ाई चल रही है. ऐसे में पुलिस एक्टिव नहीं हुई, और समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो समस्या गंभीर हो सकती है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने धतिवना में हुए गोलीकांड को गंभीरता से लिया है. उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धतिवना पंचायत में हुए अब तक के सभी कांडों की समीक्षा कर कार्रवाई की जाएगी. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा.

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