फुलवरिया. चर्चित छात्र अनीश अपहरण कांड में नया मोड़ आ गया है. गोपालगंज पुलिस अपहरण के आरोप में जिस मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, उसने भाई की गिरफ्तारी होने की खबर पाकर आत्महत्या कर ली. शनिवार की देर शाम वाराणसी सिटी स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. परिजनों के अनुसार वह वाराणसी से पिंडदान करा कर लौट रहा था. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अमित सिंह के भाई विशाल सिंह ने ही बाइक से पांचवीं के छात्र का अपहरण कर कार में सवार अमित को बच्चे को सौंपा था. इसके बाद वह पिंडदान कराने वाराणसी निकल गया. वहां से शनिवार को वह लौट रहा था. इसी बीच उसे भाई की गिरफ्तारी की सूचना मिली. इस सूचना के बाद उसने ट्रेन से कूद कर जान दे दी. विशाल की मौत के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. फुलवरिया थाना क्षेत्र के मजीरवा कला गांव से बीते 26 सितंबर को अपहृत छात्र अनीश कुमार को शनिवार को एसओजी व यूपी के देवरिया जिला के लार थाने की पुलिस से गोपालगंज पुलिस ने खुखुंदू थाना क्षेत्र के मुसैला चौराहा से सकुशल बरामद कर लिया. इसके बाद मुख्य आरोपित बनाये गये विशाल सिंह उर्फ अतुल के घर पहुंची. टीम ने छापेमारी कर छोटे भाई अमित कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने एक युवती को हिरासत में ले लिया. इसके बाद गोपालगंज लेकर चली आयी. घटना की जानकारी पुलिस ने परिजनों को दी. परिजन बनारस गये और शव लेकर देवरिया में दाह-संस्कार करा दिया. उधर अपहरण की घटना पर ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा था. मृतक के परिजनों का कहना है कि विशाल काफी व्यवहार कुशल व्यक्ति था. वह घर पर ही रहकर कंबाइन चलवाने का काम करता था. धान और गेहूं के कटाई के सीजन में वह देवरिया से फुलवरिया में कंबाइन लेकर आता था. वहीं, परिजनों की मानें, तो गिरफ्तार अमित सिंह लखनऊ में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करता है. वह दो दिन पहले गांव आया था. फिलहाल गोपालगंज पुलिस की पूछताछ में अमित सिंह ने भाई विशाल के साथ मिलकर अपहरण की बात पुलिस के समक्ष स्वीकार की है. वहीं छात्र के अपहरण मामले में केस दर्ज होने के बाद बनारस सिटी स्टेशन पर आत्महत्या कर जान देने वाले 28 वर्षीय विशाल सिंह की मां उषा सिंह ने बताया कि बेटे को किसी ने साजिश के तहत फंसाया है. अनीश की जिद करने पर उसे नेमा घुमाने लाया था. इसके बाद उसे उसके घर छोड़ पूर्वजों का पिंडदान करने बनारस चला गया. गोपालगंज पुलिस शनिवार को अपने साथ अनीश को मेरे घर लेकर पहुंची. मेरे छोटे बेटे अमित सिंह व बेटी को गिरफ्तार कर बिहार लेकर चली गयी. बदमाशों को राडार पर लेकर सर्च ऑपरेशन चला रही थी पुलिस फुलवरिया. यूपी के देवरिया जिला के लार थाना के नेमा से गिरफ्तार छात्र के अपहरण के आरोपित अमित सिंह से गोपालगंज पुलिस की जांच में कई बातें सामने आयी हैं. पुलिस ने न सिर्फ अपहरणकर्ताओं का बल्कि अपहृत छात्र अनीश की मां ज्योति देवी का मोबाइल पुलिस राडार पर लिया था. फिरौती की मांग शुरू हुई. बच्चे के एवज में दस लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी. 27 सितंबर को देवरिया के लार के गांधी मोड़ पर आकर पैसे देने और अपने बच्चे के वापस ले जाने की बात अपहृत बच्चे की मां से तय हुई. इसका खुलासा सर्विलांस पर लगे आरोपित और बच्चे मां के मोबाइल नंबर से हुआ. पुलिस ने दोनों की बात सुनने के बाद बिहार पुलिस, एसओजी और लार पुलिस ने समूचे क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी, लेकिन इसके पहले ही फिरौती की रकम लेने आये बाइक सवार बदमाश लार कस्बा छोड़ चुके थे. दरअसल बच्चे की मां के साथ उसका मामा था, जिसे बदमाशों ने पुलिसवाला समझ कर पैसे लेने का डेट आगे बढ़ा दिया. अपहरणकर्ता भयभीत हो गये थे कि पुलिस उनके पीछे है. इसलिए बच्चे को ले जाकर खुखुन्दू थाने के मुसैला में छोड़ दिया.
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